
झारखंड के देवघर में हुए सड़क हादसे में कम से कम छह लोगों की मौत पर पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम हेमंत सोरेन व सासंद निशिकांत दुबे ने गहरा शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को झारखंड के देवघर में हुए सड़क हादसे में कम से कम छह लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर लिखा कि झारखंड के देवघर में हुआ सड़क हादसा अत्यंत दुखद है। इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें यह दुःख सहन करने की शक्ति दें। साथ ही, मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
पुलिस के अनुसार, मंगलवार को देवघर जिले में कांवड़ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को लेकर जा रही एक बस की ट्रक से टक्कर हो गई, जिसमें कम से कम पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। संथाल परगना क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (IG) एस. के. सिन्हा ने बताया कि यह घटना आज सुबह हुई। उन्होंने कहा कि बस और ट्रक की टक्कर में छह कांवरियों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हैं।
सीएम सोरेन ने भी जताया दुख
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना पर दुख जताते हुए घायलों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि आज सुबह देवघर जिला अंतर्गत मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास बस दुर्घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु की अत्यंत दुःखद सूचना प्राप्त हुई। जिला प्रशासन राहत, बचाव कार्य एवं घायलों के इलाज की व्यवस्था में जुटा हुआ है।
सासंद निशिकांत दुबे ने 18 लोगों की मौत का किया दावा
हालांकि देवघर के सांसद और भारतीय जनता पार्टी के नेता निशिकांत दुबे ने दावा किया कि इस हादसे में कम से कम 18 लोगों की जान गई है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र देवघर में श्रावण मास में कांवर यात्रा के दौरान बस और ट्रक की टक्कर में 18 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई। बाबा बैद्यनाथ जी उनके परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें। गौरतलब है कि इस वर्ष कांवर यात्रा 10 जुलाई से शुरू हुई है। इस वार्षिक तीर्थ यात्रा के दौरान कांवरिये नदियों से पवित्र जल एकत्र कर शिव मंदिरों में अर्पित करने के लिए लंबी दूरी तय करते हैं। कई श्रद्धालु उपवास रखते हैं और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं।