झारखंड: अमित शाह पर बरसे गुलाम अहमद मीर

बाबा साहब आंबेडकर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने अमित शाह पर तंज कसते हुए उन्हें देश का पहला ऐसा गृह मंत्री बताया जो कानून से नफरत करता है। साथ ही उन पर कानून के निर्माताओं पर शक करने का भी आरोप लगाया।

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में आभार समागम कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि देश में पहली बार कोई ऐसा गृह मंत्री बना है जिसे कानून से ही नफरत है। जो कानून के निर्माताओं पर ही शक करते हैं।

गुलाम अहमद मीर ने राहुल गांधी पर हुए मुकदमे के सवाल पर मीर ने कहा कि राहुल ऐसे किसी मुकदमे से डरने वाले नहीं।

जहां राहुल गांधी पर मुकदमा किया गया है, वहां कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा था। हालांकि, कांग्रेस नेताओं की बात नहीं सुनी गई। यह केंद्र सरकार में पुलिस के कामकाज का तरीका है।

इसके पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की अध्यक्षता में आभार समागम कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में पंचायत, प्रखंड अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक, एआइसीसी डेलीगेट, प्रदेश डेलीगेट, सांसद, पूर्व सांसद की आदि की उपस्थिति रही। समागम में उपस्थित नेताओं कार्यकर्ताओं से आगे की रणनीतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

दिवगंत नेताओं को श्रद्धांजलि
बैठक की शुरुआत में कांग्रेस के दिवंगत नेताओं को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पूर्व मंत्री केएन झा, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव मदन मोहन शर्मा, पूर्व विधायक बैरागी उरांव, परिमल मंडल, सागर राम आदि को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।

यहां मीर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में विधानसभा चुनाव की जीत में कांग्रेस के साथियों का अहम योगदान रहा। जिन्होंने काम किया उन्हें जीत से खुशी मिली है, जिन्होंने काम नहीं किया उन्हें अपनी करनी नजर आ रही होगी।

भाजपा ने अपने छोटे-बड़े नेताओं के माध्यम से लोकसभा चुनाव में साफ कर दिया था कि भाजपा संविधान में बदलाव करना चाहती है इसलिए उसे 400 सींटे चाहिए।

जनता को दी बधाई
भारत की जनता बधाई की पात्र है कि 400 सीटें मांगने वालों को 240 सीटों पर ला दिया। भाजपा एक मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए दूसरे, दूसरे से तीसरे मुद्दे लाती है। देश का पूरा विपक्ष सदन में उनके विचारों का विरोध कर रहा था। संसद सत्र समाप्त हो गया है, लेकिन मुद्दे पर संघर्ष जारी रहेगा।

अमित शाह से मांफी मांगने की मांग
जब तक भाजपा और अमित शाह माफी नहीं मांग लेते कांग्रेस संघर्ष का रास्ता नहीं छोड़ेगी। झारखंड चुनाव परिणाम पर उन्होंने कहाकि लगभग 6 सीटें हम और जीत सकते थे। सारे सर्वे हमें कम सीट दे रहे थे, लेकिन हमारी मेहनत से हम सीटें बरकरार रखने में कायम रहे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि विषम परिस्थितियों में भी प्रतिबद्धता, निष्ठा और समर्पण से आपने जीत दिलाई। त्याग, तपस्या और बलिदान कांग्रेस का गौरवशाली इतिहास है।

प्रखंड जिला अध्यक्ष के पद पर ऐसे कार्यकर्ताओं की नियुक्ति हो जो कांग्रेस के प्रति निष्ठा एवं समर्पण रखता है। कांग्रेस की नीतियों सिद्धांतो पर विश्वास रखता है।

कांग्रेस विधायक दल नेता प्रदीप यादव ने कहा कि हमारे सामने दो चुनौतियां हैं। पहली जिन अपेक्षाओं के साथ सरकार का गठन हुआ है उन पर खरा उतरना, उसे पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ाना। दूसरी चुनौती देश की वर्तमान राजनीति है।

चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर क्षेत्र के साथ-साथ राष्ट्रीय मुद्दों की भी जिम्मेवारी होती है।

मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि आने वाले समय में हमें अपनी भूल सुधार करनी है, झारखंड कांग्रेस में सक्रिय लोग हैं।

कार्यक्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस की सचिव अंबा प्रसाद, मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की सहित कांग्रेस विधायक और दिग्गज नेता मौजूद रहे।

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