
पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ गुरुग्राम में मुस्लिम संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है. पुलिस के पहरे के बीच जुमे की नमाज और 2 मिनट का मौन रखने की घोषणा की गई है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हमले में 26 लोगों की मौत से हर कोई आहत है. हमले को लेकर आम लोगों के साथ-साथ धार्मिक संगठनों में भी गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है. अब हरियाणा के गुरुग्राम में आज यानी शुक्रवार (25 अप्रैल) को जुमे की नमाज पुलिस सुरक्षा के बीच अदा की जाएगी, जिसमें इमाम संगठन की ओर से विशेष रूप से 2 मिनट का मौन रखने की घोषणा की गई है.
मुस्लिम संगठन का राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
इस हमले को लेकर गुरुवार (24 अप्रैल) को मुस्लिम संगठनों ने गुरुग्राम के डीसी को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है. ज्ञापन में इमाम संगठन के पदाधिकारी मोहम्मद शौकीन और नौशाद अहमद ने कहा कि केवल आतंकवादियों को ही नहीं, बल्कि उन्हें पनाह देने वालों को भी सख्त सजा, यहां तक कि फांसी की सजा दी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुई घटना से समाज का हर वर्ग आहत है और अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर सख्त कदम उठाए जाएं. ज्ञापन में राष्ट्रपति से अनुरोध किया गया कि सरकार को इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए निर्णायक और कठोर नीति अपनानी चाहिए.
इमाम संगठन ने यह भी साफ किया कि शुक्रवार को गुरुग्राम में नमाज के दौरान शांति बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा और नमाज के बाद आतंकी हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा जाएगा.
पंजाब में भी शाही इमाम ने की अपील
वहीं, देश के मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी शाही इमाम ने भी पूरे देश के मुसलमानों से अपील की है कि वे आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में आवाज उठाएं. उन्होंने कहा कि जुमे की नमाज के बाद पाकिस्तान के खिलाफ पुतला फूंका जाए और यह संदेश दिया जाए कि भारत का मुसलमान किसी भी प्रकार के आतंकवाद को न केवल अस्वीकार करता है, बल्कि उसका डटकर विरोध करता है.