
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जाति जनगणना को लेकर सीएम योगी के पुराने बयान पर तंज कसा है और उन पर निशाना साधते हुए कहा कि ध्यान रखें, रेत दरक रही है.
केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने का ऐलान कर सपा-कांग्रेस समेत तमाम विरोधी दलों को चौंका दिया है. ये फैसला इसलिए भी हैरान करने वाला है क्योंकि अब तक बीजेपी की ओर से इस मुद्दे पर चुप्पी ही देखी गई थी. जबकि कई नेता इसे समाज को बांटने वाला कदम बताते हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस फैसले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है. उन्होंने सीएम योगी का पुराना बयान शेयर कर पूछा है कि क्या अब वो इस पर कायम हैं?
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर सीएम योगी के एक पुराने इंटरव्यू को शेयर किया. जिसमें वो विपक्ष द्वारा जातीय जनगणना की मांग किए जाने पर हमलावर दिखाई दे रहे हैं. सीएम योगी ने इस इंटरव्यू में जातिवार जनगणना की मांग को समाज को बांटने की कोशिश बताया और कहा कि लोगों को इससे सावधान रहना होगा.
सीएम योगी पर कसा तंज
सीएम योगी के इसी बयान पर तंज करते हुए अखिलेश यादव ने सवाल किया कि- ‘माननीय अब भी अपने कथन पर कायम हैं या बदलना चाहेंगे. नदी किनारे की चेतावनी: ध्यान रखें रेत दरक रही है.’ सपा अध्यक्ष ने जो वीडियो शेयर किया है उसे सीएम योगी कहते हैं कि “केवल मोदी जी के नेतृत्व में वेलफ़ेयर की स्कीम सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ आगे बढ़ रहीं है. तब बांटने वाले लोग जाति के आधार पर, क्षेत्र और भाषा के आधार पर बांटने की कुत्सित चेष्टा कर रहे हैं. भारत को और सनातन धर्मावलंबियों को ख़ासतौर से इससे सावधान रहना होगा.”
बता दें कि मोदी सरकार ने देश में जातीय जनगणना कराने का ऐलान किया है. सरकार के इस फैसले को सपा-कांग्रेस समेत तमाम दलों ने अपनी जीत बताया है क्योंकि पिछले कुछ समय से लगातार ये दल सरकार से जातीय जनगणना कराने की मांग कर रहे थे. अखिलेश यादव ने तो लोकसभा में भी इस मुद्दे को उठाया था. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी अब इस कदम को मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक बता रहा है. भाजपा का कहना है कि पीएम मोदी ने विपक्ष के साथ एक बड़ा मुद्दा भी छीन लिया है.