
बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम के बाद अब अरब सागर में भी एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है, जिसके चलते राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। हालांकि सितंबर के दूसरे सप्ताह से ही राजस्थान में बारिश का दौर थम गया था। लेकिन अब नया सिस्टम बनने से कई जिलों में बारिश हो रही है।सोमवार को प्रतापगढ़, डूंगरपुर, जोधपुर, बूंदी, बांसवाड़ा समेत कई जिलों में करीब एक इंच तक बारिश दर्ज की गई। वहीं मंगलवार को सीकर में 22 दिन के लंबे अंतराल के बाद सुबह 6:30 बजे हल्की बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने मंगलवार को जयपुर, अलवर, कोटा, अजमेर, भरतपुर, उदयपुर और जोधपुर संभाग सहित 23 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है, जो 3 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा।
बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई, जिसमें गंगानगर के करणपुर में सबसे ज्यादा 24 मिमी, प्रतापगढ़ के दलोत में 22 मिमी, अरनोद में 17 मिमी और कोटा के दीगोद में 19 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा डूंगरपुर में 5 मिमी, बांसवाड़ा में 9 मिमी, बूंदी के केशवरायपाटन में 3 मिमी और बूंदी शहर में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई। जोधपुर, भीलवाड़ा, पाली और उदयपुर के कुछ हिस्सों में भी हल्की बारिश हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार उत्तरी हरियाणा और उससे सटे इलाकों में ऊपरी हवा का एक चक्रवाती सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके प्रभाव से पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में आगामी दो से तीन दिन तक कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
साथ ही अरब सागर में गुजरात के पास खंभात की खाड़ी में एक और लो-प्रेशर सिस्टम सक्रिय है, जिसका असर राज्य के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में अगले तीन से चार दिनों तक दिख सकता है। इसके चलते इन इलाकों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 30 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच जयपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर, अजमेर और जोधपुर संभाग के कई हिस्सों में बारिश जारी रह सकती है। मौसम विभाग ने नागरिकों से सावधानी बरतने और अपडेट्स पर नजर रखने की अपील की है।