विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद अपनी मूंछें मुंडवाने की बात कहने वाले प्रदेश के चिकित्सा मंत्री गजेंद्रसिंह खींवसर ने एक कार्यक्रम के दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल पर जमकर हमला बोला।
राज्य के चिकित्सा मंत्री गजेंद्रसिंह खींवसर ने एक निजी अस्पताल के कार्यक्रम में सांसद हनुमान बेनीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने चुनावी जीत का श्रेय अपने बेटे और पार्टी संगठन को देते हुए खींवसर में विकास कार्यों के लिए जनता का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि 2003 और 2008 के बाद पार्टी को 15 वर्षों तक खींवसर में जीत नहीं मिल सकी थी लेकिन संगठन और विकास कार्यों के माध्यम से जनता का विश्वास बनाए रखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि खींवसर में कॉलेज लाने के उनके प्रयासों का श्रेय बेनीवाल ने लिया और जनता को गुमराह किया।
चुनाव के दौरान कठिन परिस्थितियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि “हार के दबाव के बावजूद जब मैंने जनता के बीच जाकर वोट मांगे, तब जाकर यह जीत संभव हो सकी।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि लगातार 10 वर्षों की हार के बाद पार्टी का मनोबल टूट चुका था लेकिन उनके बेटे ने जमीनी स्तर पर काम करते हुए पार्टी को पुनर्जीवित किया।
मंत्री ने बताया कि चुनाव के 9वें राउंड तक पार्टी 2,000 वोटों से पीछे थी, लेकिन जनता की भावनाओं को समझने और संगठन की मेहनत के चलते स्थिति पलट गई। हंसी-हंसी में उन्होंने कहा, “अगर हार जाता तो तिरुपति बालाजी जाकर बाल और मूंछ चढ़ा देता।”
उन्होंने खींवसर की जनता को उनके स्नेह और समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह जीत पार्टी की मजबूती और संगठन की मेहनत का परिणाम है। साथ ही बेनीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने जनता को गुमराह करने का काम किया। उन्होंने खींवसर के विकास कार्यों और पार्टी के प्रति जनता के विश्वास को लेकर भी आभार जताया और भविष्य में और बेहतर कार्य करने का वादा किया।