
एजीटीएफ ने चुरू में बड़ी कार्रवाई करते हुए एके-47 और दो मैग्जीन बरामद की है। टीम ने आरोपी की निशानदेही पर यह कार्रवाई की। एक महीने में अब तक 2 एके-47 और एक एके-56 रायफल के साथ बड़ी संख्या में मैग्जीन और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
राजस्थान में अपराध और गैंगस्टरों के खिलाफ एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स को एक और बड़ी सफलता मिली है। चुरू जिले में टास्क फोर्स ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक और खतरनाक असॉल्ट राइफल एके-47 और 2 मैग्जीन बरामद की हैं।
इस कार्रवाई को ऑपरेशन क्वीन नाम दिया गया था। दरअसल गैंगस्टर एके-47 को आपस में रानी कहकर पुकारते थे। इस ऑपरेशन के तहत लगातार सूचना संकलन और दबिश दी जा रही थी।
इससे पहले धौलपुर जिले में भी एजीटीएफ ने एक एके-47 की बरामदगी की थी। वहीं बीते 21 मई को बहरोड़ में कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर से जुड़े एक लाख के इनामी आरोपी राजवीर उर्फ लारा के कब्जे से एके-56 राइफल व 7 जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे।
चुरू जिले की ताजा कार्रवाई में गिरफ्तार आरोपी की पहचान जितेन्द्र सिंह उर्फ जीतू जोड़ी पुत्र खीर सिंह, निवासी गांव जोड़ी, थाना भालेरी, जिला चुरू के रूप में हुई है।
10 जून को आरोपी जितेन्द्र सिंह की निशानदेही पर एजीटीएफ टीम ने चुरू में दबिश देकर एके-47 और 2 मैगजीन बरामद की। इस विशेष ऑपरेशन में कमलेश चौधरी, उपनिरीक्षक की विशेष भूमिका रही।
इस पूरे अभियान का नेतृत्व एडीजी क्राइम और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख दिनेश एम. एन. के निर्देशन में किया गया। वहीं डीआईजी योगेश यादव और एएसपी सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में पुलिस निरीक्षक रविन्द्र प्रताप, पुलिस निरीक्षक सुनील जांगिड़ और अन्य अधिकारियों ने मिलकर इस ऑपरेशन को सफल बनाया।
एक महीने में अब तक 2 एके-47 और एक एके-56 रायफल के साथ बड़ी संख्या में मैगजीन और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। राजस्थान में लगातार गैंगस्टरों और हथियार तस्करी करने वाले गिरोहों के खिलाफ एजीटीएफ सख्त कार्रवाई कर रही है। हाई सेंसिटिव और ऑटोमैटिक हथियारों की बरामदगी से राज्य में संगठित अपराध पर बड़ा प्रहार किया जा रहा है।