
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में लगभग तीन हफ्तों के बाद सोमवार को सभी शिक्षण संस्थान फिर से खुल गए। अधिकारियों ने बताया कि यह फैसला 8 सितंबर को आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेराज मलिक की जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों के कारण लिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि स्थिति में सुधार के बाद ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं भी बहाल कर दी गई हैं और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत लगे प्रतिबंधों को भी जिले के अधिकांश हिस्सों से हटा लिया गया है। हिरासत में लिए गए 81 लोगों में से 70 को भी रिहा कर दिया गया है।
कुछ इलाकों में अब भी है प्रतिबंधडोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदीप मेहता ने बताया जिले में कहीं भी कोई प्रतिबंध नहीं है, सिवाय उन क्षेत्रों के जो पिछले हफ्ते विरोध प्रदर्शनों (मलिक की हिरासत के खिलाफ) का केंद्र बने थे। हमें जानकारी मिली है कि कुछ तत्व शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं, इसलिए एहतियात के तौर पर (कहारा और चिल्ली-पिंगल क्षेत्रों में) प्रतिबंध जारी हैं।