
चीफ इंजीनियर विमल नेगी 10 मार्च को लापता हो गए थे और 18 मार्च को बिलासपुर में उनका शव मिला था. उनकी पत्नी ने आरोप लगाया था कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी. हिमाचल प्रदेश विद्युत निगम लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर की मौत की (सीबीआई) से जांच करवाने की मांग को लेकर सोमवार (24 मार्च) को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के बीच तीखी नोकझोंक हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च स्तरीय जांच में दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भारतीय जनता पार्टी के हाथों में हैं. उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए इन एजेंसियों का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए. वहीं मुख्यमंत्री सुक्खू की टिप्पणी से नाराज होकर बीजेपी के सदस्यों ने नारेबाजी की और सदन से वॉकआउठ कर दिया.
पत्नी ने लगाया हत्या का आरोप
बता दें कि चीफ इंजीनियर विमल नेगी 10 मार्च को लापता हो गए थे और 18 मार्च को बिलासपुर में उनका शव मिला था. उनकी पत्नी ने आरोप लगाया था कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी.
डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
इस बीच, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सोमवार (24 मार्च) को विधानसभा में कहा कि केंद्र को हिमाचल प्रदेश में हवाई अड्डे और रेलवे ट्रैक निर्माण पर विचार करना चाहिए. बिलासपुर से बीजेपी विधायक त्रिलोक जामवाल के भानुपली-बिलासपुर रेलवे ट्रैक के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि अगर केंद्र बिहार में हवाई अड्डे बना सकता है, तो हिमाचल में ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता है.