चक्रवात दाना: ओडिशा में चक्रवात दाना के भयावह प्रकोप से पूरी जनता परेशान है। इसी बीच सीएम माझी ने कहा कि चक्रवात दाना के कारण स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित की गई 4,431 गर्भवती महिलाओं में से 1,600 ने बच्चे को जन्म दिया है।
च्रकवात दाना के भयावह प्रकोप से ओडिशा के लोगों में डर का माहौल है। इसी बीच ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गुरुवार को कहा कि चक्रवात दाना के कारण स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित की गई 4,431 गर्भवती महिलाओं में से 1,600 ने बच्चे को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य ने कुल 5,84,888 लोगों को निकाला है और शुक्रवार सुबह तक यह संख्या 600,000 से अधिक हो सकती है।
एम माझी ने दी जानकारी
सीएम चरण माझी ने कहा कि ये लोग 6,008 चक्रवात आश्रयों में रह रहे हैं, जहां उन्हें भोजन, दवा, पानी और अन्य आवश्यक आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि बालासोर जिले में सबसे अधिक निकासी हुई, जहां 172,916 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया, इसके बाद मयूरभंज में 100,000 लोगों को निकाला गया। इसके अतिरिक्त, भद्रक से 75,000 लोगों को, जाजपुर से 58,000 लोगों को और केंद्रपाड़ा से 46,000 लोगों को निकाला गया।
आई एंड पीआर विभाग ने की पुष्टि
राज्य सरकार के सूचना और जनसंपर्क (आई एंड पीआर) विभाग ने बताया गया कि मां उन 4,431 गर्भवती महिलाओं में शामिल थी जिन्हें चक्रवात आश्रयों में ले जाया गया था। जहां मां और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। इसके साथ ही विभाग ने कहा कि चक्रवात दाना की चल रही तैयारियों के बीच अधिकारियों ने नियाली अस्पताल में बच्चे का सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित किया।
ज्यादा जोखिव वाले क्षेत्र से लोगों को निकाला
सीएम चरण मांझी ने विभाग की रिपोर्ट के बाद स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ने शुरू में 10 लाख लोगों को निकालने का लक्ष्य रखा था और चक्रवात दाना के बदलते प्रक्षेपवक्र के आधार पर लक्ष्य को समायोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि हमने उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से सभी लोगों को सफलतापूर्वक निकाल लिया है।