
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी गुरुग्राम पहुंचे. विकास योजनाओं के ऐलान के साथ अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को गुरुग्राम में स्वच्छता और बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता देते हुए 188 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने जिले में जलभराव और कचरा निस्तारण जैसी समस्याओं को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री ने जिला जनसंपर्क एवं शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि गुरुग्राम में स्वच्छता उनकी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है. यह बैठक तब हुई जब हाल ही में भारी बारिश के बाद गुरुग्राम की जलमग्न सड़कों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए और कम से कम पांच लोगों की मौत की खबर आई, जिनमें करंट लगने की घटनाएं भी शामिल थीं.
बैठक में नागरिकों की शिकायतों को भी सुना गया. अधिवक्ता रविंद्र जैन ने बताया कि सदर बाजार के पास जैन मंदिर के पास लंबे समय से कचरा नहीं हटाया गया. वहीं बोहरा कलां गांव के एक निवासी ने श्मशान घाट की सड़क पर अतिक्रमण की जानकारी दी. जैकबपुरा के एक निवासी ने लगातार जलभराव और सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या उठाई.
सड़क परियोजनाओं को मिली रफ्तार
मुख्यमंत्री सैनी ने पाटौदी विधानसभा क्षेत्र में दो प्रमुख सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इनमें 55 करोड़ रुपये की लागत से बनी पंचगांव से फरुखनगर तक जमालपुर मार्ग और 13 करोड़ रुपये की लागत से उन्नत की गई हैली मंडी से फरुखनगर तक की मेहचाना सड़क शामिल है.
इसके अलावा सोहना में अलीपुर-हरिया हेडा रोड (8.23 करोड़ रुपये), बीपीडीएस से नुनेरा तक की सड़क (32.63 लाख रुपये) और लोहसिंघानी से चमनपुरा तक की सड़क (28.26 लाख रुपये) का उद्घाटन किया गया. साथ ही उन्होंने जीए रोड से नायागांव होते हुए धुमासपुर और सोहना-अभयपुर-खेडला-रिठोज मार्गों के पुनर्विकास का भी शिलान्यास किया, जिनकी संयुक्त लागत 29.9 करोड़ रुपये है.
शुद्ध जल की दिशा में बड़ा कदम
मुख्यमंत्री ने चांदू बुढ़ेड़ा में 100 एमएलडी क्षमता वाले जल शोधन संयंत्र का उद्घाटन किया. यह संयंत्र 63.18 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है और गुरुग्राम के 34 सेक्टरों (81 से 115 तक) में रहने वाले 4.5 लाख परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराएगा.
समग्र शिक्षा अभियान के तहत मुख्यमंत्री ने दौलताबाद, धनवापुर, सोहना, घामरोज और सिलानी में नए स्कूल भवनों की आधारशिला भी रखी. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वच्छता और आधारभूत ढांचे का समन्वय ही विकास की असली दिशा तय करता है.