
गंगनानी का हेलिकॉप्टर हादसा बहुत भयावह था। वहां पर खोज-बचाव अभियान चला रहे अधिकारी कर्मचारियों ने बताया कि घटना में हेलिकॉप्टर के भी दो टुकड़े हो गए थे। वहीं दो शव हेलिकॉप्टर में ही फंस गए थे। उन्हें निकालने के लिए हेली को काटना पड़ा। वहीं करीब 200 मीटर गहरी खाई में रेस्क्यू अभियान चलाना बहुत मुश्किल था।
बृहस्पतिवार सुबह करीब पौने नौ बजे गंगनानी में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होते ही जिला प्रशासन सहित पुलिस और पूरा सिस्टम अलर्ट पर दिखा। एसपी सरिता डोबाल सहित एडीएम पीएल शाह और एसडीएम शालिनी नेगी सभी विभागों की संयुक्त टीम बनाकर घटनास्थल पर पहुंचे।
तो वहीं जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ मास्टर कंट्रोल रूम से रेस्क्यू अभियान की निगरानी करते रहे। साथ ही शासन से भी उचित मदद के लिए संपर्क में रहे।
करीब आधे से पौन घंटे के बीच खोज-बचाव टीमें गंगनानी में पहुंच गई थी। करीब पांच घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद शवों को खाई से बाहर निकाला गया। हालांकि घायल को जल्दी बाहर निकालकर उपचार के लिए भेज दिया गया था।
गंगनानी चौकी प्रभारी एएसआई हरिमोहन ने बताया कि हेलिकॉप्टर अनियंत्रित होने के बाद गंगोत्री हाईवे पर पहाड़ी से टकराने के बाद खाई में जा गिरा। इस दौरान उसके दो टुकड़े हो गए। उसमें सवार पांच लोग पहले ही बाहर छिटक गए थे।
उसमें से भी दो शवों की स्थिति बहुत बुरी थी। लेकिन दो शव हेलीकॉप्टर के अंदर ही फंसे गए थे। उन्हें निकालने के लिए अभियान दल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कटर के माध्यम हेली को काटा गया।
उसके बाद वह शव बाहर निकाले गए। वहीं खाई में खड़ी चट्टान होने के कारण अभियान में मुश्किल आ रही थी। लेकिन सभी के प्रयास से अभियान को सफल बनाया गया।