कैसे हुआ इतना जोरदार धमाका? शिवमंगल की एक गलती ने ले ली उसकी जान

जालंधर के संतोखपुरा मोहल्ले में रविवार को कबाड़ के गोदाम में ब्लास्ट हुआ था। धमाके से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी। उसके ब्लास्ट से चिथड़े उड़ गए और शरीर कई टुकड़ों में बंट गया। धमाका इतना जोरदार हुआ की आसपास के घरों की दीवारें हिल गई और खिड़कियों के शीशे तक टूट गए। कबाड़ के गोदा में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था। इस ब्लास्ट मामले में अहम खुलासा हुआ है।

जानकारी के अनुसार यह भीषण हादसा सिलेंडर की पीतल की नोजल काटते समय हुआ। बताया जा रहा है कि दुकान मालिक के मना करने के बावजूद सिलेंडर को काटा जा रहा था, जिससे अचानक जोरदार धमाका हो गया। धमाके से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के रहने वाले शिवमंगल के चिथड़े उड़ गए थे, जबकि राजेंद्र और राजकुमार चौहान को गंभीर चोटें आई थीं। जो वहीं शिवमंगल से करीब 15-20 मीटर दूर बैठकर अपना काम कर रहे थे।

स्थानीय लोगों ने कहा कि कबाड़ की दुकान में अस्पतालों और मॉल से लाए गए पुराने सिलेंडरों को प्लास्टिक की कुर्सियों के नीचे छिपाकर रखा जाता था। इन सिलेंडरों से पीतल की नोजल निकालकर बेच दी जाती थी। हादसे में जान गंवाने वाले शिवमंगल को दुकान मालिक जवाहर साहू ने पहले ही सिलेंडर काटने से मना किया था। उसने सिलेंडर को हिलाकर भी देखा और उसमें गड़बड़ी होने की आशंका जताई थी।

जवाहर साहू के मुताबिक, वह कुछ देर के लिए दवाई लेने चला गया था, लेकिन उसके जाते ही शिवमंगल ने छेनी-हथौड़ी से सिलेंडर की कटिंग शुरू कर दी। इसी दौरान सिलेंडर फट गया। धमाके में पास बैठे राम की आंख में लोहे के छर्रे लगने से उसकी एक आंख की रोशनी चली गई, जबकि दूसरे घायल राजेंद्र के चेहरे पर गंभीर जख्म आए हैं। दोनों घायलों को जनता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

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