
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले रात से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे थे. भारी बर्फबारी और कठिन मौसम के बावजूद हजारों लोगों ने दर्शन किए. उत्तराखंड में शुक्रवार 2 मई को शुभ मुहूर्त पर पूरे विधि विधान के साथ बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए हैं. इस अवसर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे. मंदिर में पहली पूजा देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए की गई. कपाट खुलने के पहले दिन भारी संख्या में कड़ाके की सर्दी के बीच भक्त पहुंचे थे.
पवित्र धाम में कपाटोद्घाटन के इस शुभ अवसर पर भक्तों की आस्था और उल्लास ने ठंड को भी पीछे छोड़ दिया. भारी बर्फबारी और कठिन मौसम के बावजूद हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे थे. शुक्रवार को ठीक 7 बजे मिथुन राशि और वृष लग्न के शुभ संयोग में खोले गए. इससे पूर्व बृहस्पतिवार की मध्य रात्रि से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो गया था. जैसे-जैसे रात गहराती गई, श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती गई.
सीएम धामी ने पूजा अर्चना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पत्नी गीता धामी के साथ बाबा केदार के दरबार में पूजा-अर्चना की. वहीं, कपाट खुलने के बाद प्रथम पूजा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से संपन्न की गई. कपाटोद्घाटन के दौरान हेलिकॉप्टर से मंदिर परिसर और श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई, जिसने समूचे वातावरण को भक्ति और भावनाओं से सराबोर कर दिया. इस पावन अवसर पर सेना की बैंड धुनों, डमरू, डोल और भक्तों के जयकारों से केदारपुरी गूंज उठी.
‘जय बाबा केदार’ के नारों के साथ सुबह की पहली किरणों के बीच मंदिर परिसर एक आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा. बताया जा रहा है कि कपाट खुलने के साक्षी बनने के लिए लगभग 15,000 श्रद्धालु मौके पर मौजूद रहे. श्रद्धालुओं की यह भीड़ केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं रही, बल्कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के कई राज्यों से भक्त यहां पहुंचे थे.केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए दर्शन की समुचित व्यवस्था की जा रही है, ताकि हर यात्री को सुगमता से बाबा केदार के दर्शन हो सकें. भीड़ प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के लिए इस वर्ष पहली बार दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था शुरू की गई है. पुलिस और पर्यटन विभाग की निगरानी में संचालित इस प्रणाली के अंतर्गत यात्रियों को टोकन वितरित किए जा रहे हैं.
श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए टोकन काउंटर
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि दर्शन को सुविधाजनक बनाने के लिए दस टोकन वितरण काउंटर लगाए गए हैं. श्रद्धालुओं को टोकन नंबर स्क्रीन पर दिखाए जा रहे हैं और उसी के अनुसार उन्हें दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है. इस व्यवस्था से भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ यात्रियों को घंटों लंबी कतारों में खड़े रहने की परेशानी से भी राहत मिलेगी.
मंदिर परिसर के साथ ही आसपास के आवासीय भवनों, छतों और बरामदों पर भी श्रद्धालु डेरा डाले हुए हैं. तापमान शून्य के करीब है, लेकिन श्रद्धा के आगे का ठंड का प्रकोप भी फेल हो गया है. केदारनाथ के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा ने एक नया अध्याय शुरू किया है. भक्तों का उत्साह, आस्था और श्रद्धा इस वर्ष यात्रा को ऐतिहासिक बनाने की ओर इशारा कर रहे हैं.