कांवड़ यात्रा में हथियारों पर रहेगी रोक, DJ की ऊंचाई भी हुई तय, ड्रोन से होगी भीड़ पर नजर

मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कांवड़ यात्रा को आस्था और श्रद्धा का महान उत्सव बताते हुए कहा कि इसे सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों को व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी. आगामी कांवड़ यात्रा 2025 को सकुशल और सुरक्षित संपन्न कराने के लिए हरिद्वार में अंतरराज्यीय समन्वय समिति की हाई-लेवल बैठक आयोजित हुई. उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन की अध्यक्षता में सीसीआर सभागार में हुई इस बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक में यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, और सोशल मीडिया निगरानी जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई.

मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कांवड़ यात्रा को आस्था और श्रद्धा का महान उत्सव बताते हुए कहा कि इसे सुगम, सरल और सुरक्षित बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों को चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी. उन्होंने कांवड़ियों से अपील की कि वे बेसबॉल बैट, त्रिशूल जैसे हथियार अपने साथ न लाएं. इसके साथ ही डीजे की ऊंचाई 10 फीट से अधिक न हो और डीजे की आपस में कोई प्रतियोगिता नहीं होगी. उन्होंने आधुनिक तकनीक जैसे ड्रोन और सीसीटीवी का उपयोग बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को मजबूत किया जा सके.

रियल-टाइम सूचना साझा करने पर जोर

उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि कांवड़ मेला हर साल नई चुनौतियां पेश करता है. उन्होंने रियल-टाइम सूचना साझा करने और अफवाहों का तत्काल खंडन करने की जरूरत पर बल दिया. डीजीपी ने बताया कि डीजे संचालकों की सूची तैयार की जा रही है और पुराने नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा. उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि कुशल कर्मचारियों को ही अंतरराज्यीय समन्वय के लिए भेजा जाए. यात्रा मार्गों पर ‘क्या करें और क्या न करें’ की जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश भी दिए गए.

यातायात प्रबंधन और रूट डायवर्जन प्लान

बैठक में यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान का पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन दिया. 14 जुलाई को सावन का पहला सोमवार होने के कारण 11 जुलाई सुबह 8 बजे से नेशनल हाईवे पर वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा. उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच रियल-टाइम पार्किंग और यातायात की जानकारी साझा की जाएगी. भेल पार्किंग का उपयोग भी जरूरत पड़ने पर किया जाएगा.

समन्वय और सोशल मीडिया निगरानी

उत्तर प्रदेश के डीआईजी अभिषेक सिंह ने यूपी के यात्रा प्लान की जानकारी दी. बैठक में निर्णय लिया गया कि सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उत्तराखंड और यूपी के अधिकारी एक-दूसरे के राज्यों में तैनात रहेंगे ताकि सूचनाओं का आदान-प्रदान तेजी से हो सके. गंगा घाटों पर SDRF, NDRF, जल पुलिस और 60 आपदा मित्र तैनात किए जाएंगे. टोल-फ्री नंबर 112, 1070, और 1077 की जानकारी कांवड़ियों को दी जाएगी.

सुरक्षा और सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम

समन्वय बैठक में ढाबों और होटलों में रेट लिस्ट चस्पा करने और शराब-मांस से संबंधित नियमों का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया गया. वन्यजीवों से सुरक्षा के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष इंतजाम किए जाएंगे. ड्रोन से भीड़-भाड़ वाले स्थानों, सड़कों, और घाटों की निगरानी होगी. कांवड़ यात्रा के अनुभव को आगामी कुंभ मेले की तैयारियों में भी उपयोग किया जाएगा.

बैठक में उत्तर प्रदेश से ADG भानु भास्कर, सचिव गृह मोहित गुप्ता, कमिश्नर मेरठ ऋषिकेश भास्कर यशोद, कमिश्नर बरेली सौम्य अग्रवाल, डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह, और उत्तराखंड से ADG , मंडलायुक्त विनय शंकर पाण्डे, IG गढ़वाल राजीव स्वरूप, SSP देहरादून अजय सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे.

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