कलैगनर कैविनाई थिट्टम योजना लाई स्टालिन सरकार

एमएसएमई मंत्री टीएम अनबरसन ने कहा कि राज्य ने एक व्यापक योजना बनाई है, जिसका उद्देश्य कारीगरों को एक उद्यमी के रूप में विकसित करना और उन्हें सशक्त बनाना है। इस योजना को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के निर्देश पर तैयार किया गया है।

तमिलनाडु के एमएसएमई मंत्री टीएम अनबरसन ने शनिवार को कहा कि कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए ‘कलैगनर कैविनाई थिट्टम’ नामक योजना राज्य में लागू की जाएगी। अनबरस ने कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र को अवगत कराया है कि राज्य सरकार पीएम विश्वकर्मा योजना को उसके वर्तमान स्वरूप में लागू नहीं करेगी।

अनबरसन ने कहा कि राज्य ने एक व्यापक योजना बनाई है, जिसका उद्देश्य कारीगरों को एक उद्यमी के रूप में विकसित करना और उन्हें सशक्त बनाना है। इस योजना को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के निर्देश पर तैयार किया गया है। इसका नाम दिवंगत मुख्यमंत्री और डीएमके संरक्षक एम करुणानिधि के नाम पर रखा गया है।

योजना 25 व्यापारों/शिल्पों से जुड़े लोगों के लिए बनी
मंत्री अनबरसन ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘यह योजना 25 विभिन्न प्रकार के व्यापारों/शिल्पों से जुड़े लोगों के लिए बनाई गई है। यह पारंपरिक, परिवार आधारित व्यापारों पर केंद्रित नहीं है, बल्कि इसमें मौजूदा व्यापारों को बढ़ाने और नए व्यापारों की शुरुआत करने के लिए सब्सिडी पर ऋण सहायता, कौशल प्रशिक्षण और उद्यम विकास की सुविधा दी जाएगी।’

योजना के लिए न्यूनतम आयु 35 वर्ष निर्धारित की गई
योजना के तहत 3 लाख रुपये तक की क्रेडिट सहायता मिलेगी, जिसमें 25 प्रतिशत की सब्सिडी (अधिकतम 50,000 रुपये), 5 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी और अन्य सभी जरूरी सहायता शामिल हैं। इस योजना के लिए न्यूनतम आयु 35 वर्ष निर्धारित की गई है। इस योजना से एक साल में कम से कम 10,000 कारीगरों को लाभ पहुंचेगा। आवेदन www.msmeonline.tn.gov.in पर ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं।

मंत्री अनबरसन ने कहा कि कारीगरों और शिल्पकारों को इस योजना का पूरा फायदा उठाना चाहिए।

सीएम स्टालिन ने एमएसएमई मंत्री मांझी को लिखा था पत्र
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 27 नवंबर, 2024 को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी को पत्र लिखकर सूचित किया था कि तमिलनाडु सरकार पीएम विश्वकर्मा योजना को उसके मौजूदा रूप में लागू नहीं करेगी। उन्होंने कहा था कि राज्य ने कारीगरों के लिए एक समावेशी और व्यापक योजना बनाई है, जो जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करती।

2023 में पीएम मोदी ने शुरू की पीएम विश्वकर्मा योजना
16 अगस्त, 2023 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों या ‘विश्वकर्माओं’ को उनके व्यवसाय को विकसित करने के लिए शुरू से अंत तक समर्थन देने के लिए पूरे देश में पीएम विश्वकर्मा योजना को लागू करने की मंजूरी दे दी। 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की।

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