
उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में नेजा मेले पर रोक को लेकर विवाद जारी है. सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क ने भी इस मुद्दे पर बोला है. अब सीएम योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी सामने आई है.
उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में नेजा मेले पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं कुछ जगहों पर प्रतिबंध की मांग की जा रही है. पक्ष और विपक्ष दोनों के अपने-अपने दावे हैं. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है.
राज्य स्थित बहराइच में सीएम ने कहा कि महराज सुहेलदेव के पराक्रम और शौर्य की परिणति थी कि 150 वर्ष तक कोई विदेशी आक्रांता भारत पर हमला करने का दुस्साहस नही कर पाया.
उन्होंने कहा कि किसी भी आक्रांता का महिमामंडन करने का मतलब देशद्रोह की नींव को पुख्ता करना है,स्वतंत्र भारत किसी देशद्रोही को स्वीकार नही कर सकता,जो भारत के महापुरुषों को अपमानित करता हो,उन आक्रांताओं का महिमामंडन करता हो,जिन्होंने भारत की सनातन संस्कृति को रौंदने का काम किया था,हमारी आस्था पर प्रहार किया था,उसे आज का नया भारत कतई स्वीकार नही कर सकता.
‘हमने जवाबदेही तैयार की…’
बहराइच जिलान्तर्गत तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) के मुख्य भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे सीएम योगी ने कहा कि बालार्क ऋषि के नाम से बहराइच की पहचान है बहराइच ऐतिहासिक भूमि है ,जहां विदेशी आक्रांताओं को सबक सिखाया था. महाराजा सुहेलदेव ने बहराइच को विजय भूमि के रूप में बदल दिया था. बहराइच साधना की पवित्र धरती है लेकिन पिछली सरकार ने सिर्फ घोषणा की, किया कुछ नहीं.
सीएम ने कहा कि 2017 से पहले गरीब की आवाज दबाई जाती थी. हमने अफसरों की जवाबदेही तय की, हमने राजस्व संहिता तैयार की. एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन किया. पहले भू माफिया बहराइच में हावी रहते थे. भू माफिया के खिलाफ करवाई की.
सीएम ने कहा कि हम लोगों ने 33 लाख मामलों का निस्तारण करके गरीब को न्याय दिलाने का काम किया है. सरकार की कार्यवाही का परिणाम है कि ‘एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स’ के माध्यम से 64 हजार एकड़ भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराने का काम भी किया गया.