ओडिशा में आज से नवनिर्वाचित विधायकों के लिए शुरू होने वाले दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का विपक्ष ने बहिष्कार करने का फैसला किया है। विपक्षी बीजू जनता दल और कांग्रेस ने आरोप लगया है कि इस कार्यक्रम के कारण ओडिशा विधानसभा की परंपरा और गरिमा कम हुई है।
दोनों विपक्षी पार्टी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री के बजाय केंद्रीय मंत्री के द्वारा कराया जाएगा जो कि इस सदन के नेता हैं।
पहले यह फैसला लिया गया था कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समापन भाषण देंगे। लेकिन विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के बाद मेहमानों की सूची से नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान का नाम हटा दिया गया। संशोधित कार्यक्रम के मुताबिक संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश समापन भाषण देंगे।
नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद ने घोषणा कि है कि उसके विधायक इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। वहींं विपक्षी मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने आरोप लगाया, ”विधायक उन्मुखीकरण कार्यक्रम एक राजनीतिक कार्यक्रम की तरह आयोजित किया जा रहा है।” बीजद ने स्पीकर सुरमा पाधी को एक पत्र लिखकर बहिष्कार के फैसले की जानकारी दी है।
कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता राम चंद्र कदम ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी के विधायक भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। हालांकि, कार्यक्रम और अतिथि सूची में संशोधन के बाद उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी द्वारा चर्चा की जाएगी। वहीं कांग्रेस विधायक सीएस राजेन एक्का ने कहा कि वे ओरिएंटेशन कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे क्योंकि पार्टी को लगता है कि सदन की गरिमा कम हुई है।
राज्य के संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा, “बीजद और कांग्रेस विधायकों को कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए क्योंकि यह नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए आयोजित किया जा रहा है। बीजद एक गैर-मुद्दे को मुद्दा बना रही है। विधानसभा अध्यक्ष पहले ही विपक्ष के नेता से समारोह में शामिल होने का अनुरोध कर चुके हैं।”