ओड़िशा: पैसों की तंगी के कारण असम के छात्र ने दी जान

पुलिस के अनुसार, रत्नेश के कमरे से मिले नोट में उसने कहा कि उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। उसकी द्वितीय वर्ष की परीक्षा गुरुवार से शुरू होने वाली थी। वह मंगलवार को 10 दिन की छुट्टी के बाद असम से अपने कैंपस लौटा था।

एम्स भुवनेश्वर में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। मृतक की पहचान रत्नेश कुमार मिश्रा के तौर पर की गई है। वह असम के डिब्रूगढ़ का रहने वाला था। बुधवार को उसके शव को हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटका पाया गया।

पुलिस को संदेह है कि परिवार में वित्तीय दिक्कतों के कारण उसने यह कदम उठाया। आत्महत्या करने से पहले उसने अपने छोटे भाई को एक ऑडियो मैसेज भेजा, जिसमें वह अपने पिता से जमीन न बेचने की अपील कर रहा था। उसने अपने छोटे भाई को असम में ही रहकर पढ़ने और बड़े होकर डॉक्टर बनने को कहा।

हॉस्टल के कमरे से मिला नोट
पुलिस के अनुसार, रत्नेश के कमरे से मिले नोट में उसने कहा कि उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। उसकी द्वितीय वर्ष की परीक्षा गुरुवार से शुरू होने वाली थी। वह मंगलवार को 10 दिन की छुट्टी के बाद असम से अपने कैंपस लौटा था। इस बार उसके पिता भी भुवनेश्वर साथ आए थ। कैंपस के बाहर होटल में मृतक के पिता रुके थे और वे बुधवार को पुरी जाने वाले थे।

पिता ने अन्य छात्रों के साथ तोड़ा दरवाजा
पिता ने पत्रकारों को बताया कि सुबह उन्होंने अपने बेटे से बात की, लेकिन बाद में उससे संपर्क नहीं हुआ। वे तुरंत हॉस्टल की तरफ गए और उन्होंने देखा कि उसका दरवाजा अंदर से बंद है। खटखटाने पर जब अंदर से कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने कई अन्य छात्रों के साथ कमरे का दरवाजा तोड़ दिया।

दरवाजा तोड़ने के बाद उन्होंने अपने बेटे का शव कमरे की छट से लटका पाया। उसे तुरंत अस्पताल के इमरजेंसी रूम में ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। एम्स-भुवनेश्वर के निदेशक आशुतोष विश्वास ने हॉस्टल के कमरे का दौरा किया। खंडगिरि पुलिस स्टेशन में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया। पुलिस फिलहास मामले की जांच में जुट चुकी है।

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