एमपी की महिलाओं को कब से मिलेंगे हर महीने 3 हजार रुपये? जीतू पटवारी के बयान के बाद CM मोहन यादव ने बता दी तारीख

एमपी के सीएम मोहन यादव ने बताया कि रक्षाबंधन के त्योहार पर हम लाड़ली बहना योजना के तहत 250 रुपये की अतिरिक्त राशि देंगे और दीपावली से हर महीने 1,500 रुपये मिलने शुरू हो जाएंगे. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर हमला बोलते हुए गुरुवार को कहा कि उन्हें शब्दों की मर्यादा में रहकर राजनीति करनी चाहिए. मोहन यादव ने जीतू पटवारी के एक हालिया बयान पर पलटवार करते हुए यह बात कही. कांग्रेस नेता ने कहा था कि प्रदेश सरकार ‘लाड़ली बहना योजना’ के नाम पर लिए गए भारी-भरकम कर्ज की रकम ‘चुराकर’ दूसरी चीजों में खर्च कर रही है. महंगे विज्ञापनों और भव्य आयोजनों के जरिये ‘राजनीतिक अय्याशी’ कर रही है.

मुख्यमंत्री ने इंदौर में कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को ऐसी भाषा के इस्तेमाल पर शर्म आनी चाहिए. उन्हें मर्यादा में रहकर राजनीति करनी चाहिए और सही शब्दों के साथ अपनी बात को रखना चाहिए. उन्होंने पटवारी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जिसे समझ नहीं है, वह नादानी की बात करता है.’’

अय्याशी तो कांग्रेस करती थी- मोहन यादव

पटवारी के प्रदेश सरकार पर ‘राजनीतिक अय्याशी’ का आरोप लगाए जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अय्याशी तो कांग्रेस करती थी. अय्याशी के रिकॉर्ड कांग्रेस नेताओं के नाम दर्ज हैं. वे कांग्रेस सरकार में सरकारी खजाने पर डाके डालते थे. कांग्रेस के राज में महिलाओं के टुकड़े करके उन्हें भट्टियों में डाल दिया जाता था.’’

उन्होंने जोर देकर कहा कि सूबे में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ‘लाड़ली बहना योजना’ की हितग्राही महिलाओं को 3,000 रुपये की मासिक सहायता राशि देने का वचन निभाएगी. सीएम ने कहा कि 2028 के विधानसभा चुनावों से पहले इस योजना की हितग्राहियों को 3,000 रुपये की मासिक रकम मिलनी शुरू हो जाएगी.

2023 के विधानसभा चुनाव से मिल रहे हैं 1,250 रुपये

यह योजना सूबे में 2023 के विधानसभा चुनावों से चंद महीने पहले शुरू की गई थी. फिलहाल इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को हर महीने सरकारी खजाने से 1,250 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन के त्योहार पर हम लाभार्थियों को इस योजना के तहत 250 रुपये की अतिरिक्त राशि देंगे. दीपावली से उन्हें हर महीने इस योजना के तहत 1,500 रुपये मिलने शुरू हो जाएंगे.

मोहन यादव ने मीडिया के साथ बातचीत से पहले ‘विश्व सिकल सेल दिवस’ पर बड़वानी जिले में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हिस्सा लिया. वह खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर से आयोजन स्थल नहीं पहुंच सके थे.

‘सिकल सेल एनीमिया’ को लेकर क्या बोले मोहन यादव?

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार, खासकर आदिवासी इलाकों में, ‘सिकल सेल एनीमिया’ से निपटने के पुख्ता प्रयास कर रही है. इस बीमारी को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि अकेले बड़वानी जिले में इस बीमारी के 2,800 से ज्यादा मरीजों की पहचान करके उनके इलाज के लिए कदम उठाए गए हैं. उन्होंने राज्य में ‘सिकल सेल एनीमिया’ को जड़ से मिटाने का संकल्प जताते हुए कहा, ‘‘किसी जिले में इस बीमारी का अगर एक भी मरीज होगा, तो हम उसका पूरा इलाज कराएंगे.’’

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