एमपाक्स के संक्रमण से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को छह महीने की योजना शुरू की। योजना के तहत उठाए जाने वाले कदमों में एमपाक्स से प्रभावित देशों में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना, निगरानी, रोकथाम को बढ़ावा देना शामिल है।
एमपाक्स के प्रकोप को रोका जा सकता है
डब्ल्यूएचओ ने कहा, अनुमान है कि योजना के लिए 13 करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर की फंडिंग की आवश्यकता होगी। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधानम गेब्रेसस ने कहा, कांगो और अन्य देशों में एमपाक्स के प्रकोप को रोका जा सकता है।
एमपाक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित
कांगो में इस वायरस के प्रकोप के बाद डब्ल्यूएचओ ने इसी महीने एमपाक्स की स्थिति को फिर वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। बीते दो वर्षों में दूसरी बार है जब एमपाक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है। इससे पहले जुलाई 2022 में एमपाक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था।
ये हैं एमपॉक्स के लक्षण
अफ्रीकी रोग नियंत्रण केंद्र ने बताया कि गुरुवार तक 12 अफ्रीकी देशों में इस वर्ष 21,300 से अधिक संदिग्ध या पुष्ट मामले दर्ज किए गए हैं और 590 लोगों की मौत हुई है। एमपाक्स संक्रामक वायरल रोग है। इसके लक्षणों में दाने निकलना, फफोले बनना, बुखार, शरीर में दर्द शामिल है।