
सीएम भगवंत मान ने कहा कि अन्य देश अपने निर्वासितों को वापस लाने के लिए अपने सिविलियन प्लेन भेज रहे हैं, तो हम एक अमेरिकी सैन्य विमान को यहां उतरने की अनुमति क्यों दे रहे हैं? अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 116 अप्रवासी भारतीयों को लेकर अमेरिका सैन्य विमान सी-17ए शनिवार रात 11.33 बजे श्री गुरु रामदास अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड हुआ. अमेरिका ने इन्हें अवैध प्रवासन का दोषी घोषित करते हुए भारत भेजा. इस बीच शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक बार फिर पवित्र शहर अमृतसर में फ्लाइट के लैंड करने पर विरोध जताया. उन्होंने केंद्र सरकार पर पंजाब और पंजाबियों की छवि खराब करने का आरोप लगाया.
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह की ओर से यह कहा गया कि अप्रवासी भारतीयों की फ्लाइट के लिए अमृतसर को लैंडिंग पॉइंट के रूप में इसलिए चुना क्योंकि यह अन्य भारतीय एयरपोर्ट की तुलना में अमेरिका के करीब है. इसपर भगवंत ने पलटवार करते हुए कहा, “अगर अमृतसर इतना करीब है, तो यहां से अमेरिका और कनाडा के लिए उड़ानें शुरू करना समझदारी होगी, जैसा कि हम मांग कर रहे हैं.”
भगवंत मान ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि अमृतसर जैसे सीमावर्ती जिले में अमेरिका का सैन्य विमान उतारना देश के लिए खतरा है. अन्य देश अपने निर्वासितों को वापस लाने के लिए अपने सिविलियन प्लेन भेज रहे हैं, तो हम एक अमेरिकी सैन्य विमान को यहां उतरने की अनुमति क्यों दे रहे हैं? बता दें पंजाब सरकार ने राज्य के बाहर से आए लोगों के लिए अस्थायी आवास की व्यवस्था की है, जो रविवार को सुबह 6.30 बजे की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हुए. पंजाब के लोगों को सड़क मार्ग से उनके मूल स्थानों पर पहुंचाया जाएगा.
पंजाब के 65 लोगों की वतन वापसी
वहीं पीटीआई न्यूज एजेंसी ने एक आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि आज यानी रविवार को अप्रवासी भारतीयों को लेकर एक तीसरी अमेरिकी फ्लाइट के लैंडिंग की उम्मीद है. शनिवार को पहुंची फ्लाइट में पंजाब के 65, हरियाणा के 33, गुजरात के आठ, उत्तर प्रदेश के तीन, महाराष्ट्र के दो, राजस्थान के दो, गोवा का एक, जम्मू कश्मीर के दो व्यक्ति शामिल हैं. इनमें अधिकांश युवा हैं. इन लोगों को रिसीव करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचे थे.