
उत्तराखंड परिवहन निगम ने बसों के किसी भी समय रूट बदलने की अनुमति दी है। जिस रूट के अधिक यात्री होंगे, उस रूट पर बस का डायवर्ट किया जा सकेगा। इसके लिए संबंधित डिपो के केंद्र प्रभारी को निगम मुख्यालय की आईटी टीम को आधे घंटे पूर्व सूचना देनी होगी। इस संबंध में प्रदेश के सभी डिपो के केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।
त्योहारी सीजन में परिवहन निगम की ओर से रोडवेज बसों के संचालन में कुछ सकारात्मक बदलाव किए गए हैं। इससे यात्रियों को खासी राहत मिलेगी। निगम ने रोडवेज बसों के रूट में सहूलियत के अनुसार बदलाव करने की अनुमति प्रदान की है। बता दें कि त्योहारी सीजन में दिल्ली से उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, टनकपुर और रुद्रपुर समेत कई रूटों पर बसों का संचालन किया जाता है। इसके अलावा भी चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर, अल्मोड़ा, पौड़ी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ समेत कई पर्वतीय रूटों के लिए निगम की बसों का संचालन किया जा रहा है।
निगम के करीब 20 डिपो की बसों के रूट भी पहले से तय किए गए हैं। लेकिन इन दिनों त्योहारी सीजन में उत्तराखंड से दिल्ली और उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी भी दर्ज की जा रही है। वहीं दिल्ली से उत्तराखंड के देहरादून, हल्द्वानी, पिथौरागढ़ और टनकपुर समेत कई शहरों में जाने वाले यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है। इसको देखते हुए परिवहन निगम ने रूट डायवर्ट करने या वाया करने के लिए सभी डिपो के केंद्र प्रभारियों को अनुमति प्रदान कर दी है। दिल्ली से देहरादून आने वाली ग्रामीण डिपो की बस में अगर ऋषिकेश के अधिक यात्री होंगे, तो बस का रूट बदलकर वाया ऋषिकेश किया जा सकेगा। वैसे ही रुद्रपुर डिपो की बस को वाया हल्द्वानी और टनकपुर किया जा सकेगा। इसी तरह किसी भी शहर के रूट बदला जा सकेगा।
परिवहन निगम के पास हैं करीब 850 बसें
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड परिवहन निगम के पास गत वर्ष तक निगम और अनुबंध पर संचालित हो रहीं करीब 900 बसें थीं। इनमें से 50 बसें कंडम हो चुकी हैं। अब करीब 850 बसों का ही संचालन किया जा रहा है। इनमें से भी बड़ी संख्या में ऐसी बसें हैं जो अपना किमी पूरा कर चुकी हैं। निगम जिनको नीलाम करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि आगामी दो महीने में निगम को 200 नई बसें मिल सकती हैं।
राेडवेज बसों का सहूलियत के हिसाब से रूट बदला जा सकेगा। इसके लिए सभी डिपो के केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं। केंद्र प्रभारियों को रूट बदलने से पहले मुख्यालय में सूचित करना होगा। आईटी टीम की ओर से फौरन नया रूट अपडेट किया जाएगा।