इस्राइल की सेना बड़े हमलों का जवाब देने के लिए हो रही तैयार

हमास और हिजबुल्ला को जवाब दे रही इस्राइल की सेना अब बड़े हमलों का जवाब देने के लिए तैयार हो रही है। इस्राइल रक्षा बलों ने रविवार को अपने मुख्यालय और मुख्य कमांड केंद्रों की तैयारी का परीक्षण करने के लिए अचानक डॉन अभ्यास शुरू किया। इस अभियान की कमान चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल इयाल जमीर कर कर रहे है।

इस्राइली मीडिया के मुताबिक अभ्यास का उद्देश्य बड़े पैमाने पर हमलों का त्वरित और प्रभावी ढंग से जवाब देने की आईडीएफ की क्षमता का मूल्यांकन करना है। सेना ने बताया कि इस अभ्यास में सभी संभावित युद्ध के मैदानों में आश्चर्यजनक परिदृश्य और बहु-दृश्य कार्यक्रम शामिल हैं। आईडीएफ नियंत्रक ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) ओफर सारिग्म और उनकी टीम इस अभ्यास की देखरेख कर रही है। यह टीम गुणवत्ता और क्षमता दोनों के संदर्भ में आईडीएफ की प्रतिक्रिया समय का निरीक्षण और मूल्यांकन कर रही है।

सेना ने कहा कि आईडीएफ अपनी क्षमता और तत्परता में सुधार के लिए सभी कमांड, शाखाओं और इकाइयों में ऑडिट गतिविधियों की एक श्रृंखला जारी रखेगा और शुरू करेगा। यह अभ्यास कई मोर्चों पर आईडीएफ के चल रहे अभियानों के बीच हो रहा है। सबसे हालिया हमला शनिवार रात हुआ, जब आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान के अयनाटा इलाके में एक हिजबुल्ला लड़ाके को निशाना बनाया। सेना ने कहा कि वह व्यक्ति इस्राइल की सेना के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा कर रहा था।

इससे पहले इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ ने गाजा में अभियान को आगे बढ़ाने के विकल्प प्रस्तुत किए। सेना ने एक्स पर लिखा कि बैठक तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली और इसमें आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ ने कार्रवाई के विभिन्न विकल्पों पर एक प्रस्तुति भी दी। पोस्ट में लिखा था कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीन घंटे तक सुरक्षा चर्चा की। जिसमें आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ ने गाजा में अभियान को आगे बढ़ाने के विकल्प प्रस्तुत किए। आईडीएफ सुरक्षा कैबिनेट द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय को लागू करने के लिए तैयार है।

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