इंदौर में पार्किंगों के बजाए बेसमेंट में कमर्शियल गतिविधियां संचालित करने वाली बिल्डिंगों के खिलाफ प्रशासन और नगर निगम ने अभियान छेड़ दिया है। सोमवार को इंदौर के प्रसिद्ध होटल श्रीमाया होटल के बेसमेंट को सील किया गया। इसका उपयोग पार्टी हाॅल के रुप में होता था। इसके अलावा तीन अन्य बिल्डिंगों के बेसमेंट में बनी दुकान, दफ्तर और शोरुमों को सील किया गया।
सुबह अफसरों के साथ दल सपना संगीता रोड़ पहुंचा। यहां प्रिंस प्लाज के बेसमेंट में 15 से ज्यादा दुकानें संचालित हो रही थी। दुकानदारों से कहा कि वे जरुरी वस्तुएं दुकान से निकाल लें। इसके बाद शटर बंद कर दुकानें सील की जाएगी। दुकानदारों ने कहा कि उन्होंने पगड़ी देकर दुकानें किराए से ली है। यदि दुकानें बंद रही तो व्यापार में नुकसान होगा।
अफसरों ने कहा कि मंजूर हुए नक्शे में बेसमेंट का उपयोग पार्किंग है। यहां दुकानों का संचालन नहीं हो सकता। इसके बाद दुकानें सील की गई। सत्यगीता बिल्डिंग और सेंटर पाइंट बिल्डिंग के बेसमेंट सील करने के बाद अफसर श्रीमाया होटल पहुंचे। यहां बेसमेंट सील किया गया।
इसके अलावा सोफा सेंटर और 56 दुकान की नफीस बेकरी का बेसमेंट सील किया गया। दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत के बाद इंदौर में प्रशासन ने यह अभियान शुरू किया है। एक माह पहले सार्वजनिक सूचना प्रकाशित की गई। अब तक पंद्र से ज्यादा बेसमेंट प्रशासन सील कर चुका है। अफसरों ने डेढ़ सौ से ज्यादा बिल्डिंगें चिन्हित की है, जहां पार्किंग के बजाए व्यावसायिक गतिविधिया संचालित हो रही है।