
पहलगाम आतंकी हमले में इंदौर निवासी LIC मैनेजर सुशील नथानियल की निर्मम हत्या ने सभी को झकझोर दिया. CM यादव ने बताया कि गोली मारने से पहले आतंकियों ने उनसे कलमा पढ़ने को कहा था. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में दर्दनाक आतंकी हमले की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हमले में जान गंवाने वाले इंदौर निवासी एलआईसी अधिकारी सुशील नथानियल (58) की अंतिम यात्रा की शुरुआत उनके पार्थिव शरीर के मंगलवार (22 अप्रैल) को इंदौर एयरपोर्ट पहुंचते ही हुई, जहां शोक और संवेदना का माहौल गहराता चला गया.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हवाई अड्डे पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकसंतप्त परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना जताई. उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से नथानियल की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इस दौरान जब परिजन मुख्यमंत्री से मिले, वे फूट-फूटकर रो पड़े. मुख्यमंत्री ने उन्हें हिम्मत बढ़ाया और कहा, “यह सिर्फ आपके परिवार का दुख नहीं है, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश और देश का दुख है. हम इस कठिन समय में आपके साथ हैं.”
आतंकियों ने कलमा पढ़ने को कहा और फिर मारी गोली- मोहन यादव
मुख्यमंत्री ने एक मार्मिक खुलासा करते हुए कहा कि नथानियल की पत्नी जेनिफर ने उन्हें बताया कि हमले से पहले आतंकियों ने उनसे ‘कलमा’ पढ़ने को कहा था. इस पर नथानियल ने शांतिपूर्वक उत्तर दिया कि वह ईसाई हैं और उन्हें कलमा नहीं आता. इसके बाद उन्हें गोली मार दी गई.
यह दुखद हमला उस वक्त हुआ, जब पहलगाम के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बैसरन में एक पर्यटक बस पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की. इस हमले में नथानियल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी आकांक्षा (35) के पैर में गोली लगी. पत्नी जेनिफर (54) और बेटा ऑस्टिन उर्फ गोल्डी (25) उस वक्त साथ थे, जो सुरक्षित बच गए.
CM समेत कई मंत्री रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ सांसद वीडी शर्मा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट सहित इंदौर के कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. सभी ने नथानियल के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और परिवार को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.
नथानियल LIC के मैनेजर के पद पर थे तैनात
नथानियल इंदौर से करीब 200 किलोमीटर दूर अलीराजपुर में LIC के प्रबंधक पद पर कार्यरत थे. उन्हें जानने वाले बताते हैं कि वे न केवल एक जिम्मेदार अधिकारी थे, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाते थे. उनके असामयिक निधन पर इंदौर समेत पूरे प्रदेश में शोक की लहर है.
इस जघन्य हमले की केंद्र और राज्य सरकारों ने कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त सजा दिलाने का भरोसा जताया है. कई सामाजिक संगठनों ने भी सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को उचित आर्थिक और मानसिक सहयोग प्रदान किया जाए. सुशील नथानियल की आतंकी घटना में मौत से न केवल इंदौर शहर को बल्कि पूरे प्रदेश को शोक में डुबो दिया है. सुशील को जानने वाले बताते हैं वे न केवल एक जिम्मेदार नागरिक थे, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाते थे. उनके निधन पर शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने गहरा दुख जताया है. कई संस्थाओं ने सरकार से पीड़ित परिवार को समुचित आर्थिक और मानसिक सहयोग देने की मांग भी की है.