
काउंसिल ऑफ इंडियन एविएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नितिन जाधव ने पायलट की गलती की संभावना को खारिज कर दिया। नितिन जाधव ने फौरी तौर पर कई संभावित कारण गिनाए।
विमान हादसे को लेकर काउंसिल ऑफ इंडियन एविएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नितिन जाधव ने कहा कि जिस प्लेन का हादसा गुजरात के अहमदाबाद में हुआ वह दिल्ली से आया था। उन्होंने पायलट की गलती की संभावना को खारिज कर दिया। नितिन जाधव ने फौरी तौर पर कई संभावित कारण गिनाए।नितिन जाधव ने बताया, “विमान की टेक-ऑफ से पहले पूरी जांच होती है और एएमसी (एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस चेक) के क्लीयरेंस के बाद ही पायलट उड़ान भरने की अनुमति लेता है, तभी वह फ्लाइट टेक ऑफ करने बैठता है। ऐसे में, इस मामले में पायलट की गलती नजर नहीं आती।”
जाधव ने फौरी तौर पर हादसे की तीन मुख्य संभावित वजहें बताईं
पहला प्लेन ओवरलोड होने से लॉकिंग सिस्टम टूटा होगा और टेक-ऑफ के बाद लोड पिछले हिस्से शिफ्ट हुआ होगा, जिससे इंजन पर लोड आया होगा।
दूसरा
उनके मुताबिक, दोनों इंजन एक साथ तभी काम नहीं कर सकते जब या तो ओवरलोड होने से प्रेशर आए, या फिर इंजन तक फ्यूल ना पहुंच पाए। या फ्यूल में कोई खराबी हो, इसलिए फ्यूल की भी जांच हो।
तीसरा
उन्होंने एक अन्य संभावना यह भी व्यक्त की कि प्लेन के टेल साइड (पिछले हिस्से) का एलिवेटर ने टेक ऑफ करते समय काम करना बंद किया हो, उसमें खराबी हो।
रनवे की लंबाई का उठाया मुद्दाउन्होंने ये भी कहा, “आजकल रन वे थोड़े शोर्ट होते हैं, इसलिए कम रन कर टेक ऑफ किया जाता है, इसलिए रनवे की लंबाई भी बढ़ानी चाहिए।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या इस हादसे के पीछे कोई साजिश हो सकती है, तो नितिन जाधव ने कहा, “कहीं से भी सिस्टम को लॉक किया जा सकता है। हालांकि, इससे जीपीएस और बाकी सिस्टम लॉक हो सकते हैं, फिर भी इंजन बंद नहीं होता और विमान की सुरक्षित लैंडिंग करवाई जा सकती है।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विमान दिल्ली से फ्लाई कर आया था, इसलिए इसकी तकनीकी जांच में तत्काल दिक्कत न होने, लेकिन ओवरलोडिंग, ईंधन की गुणवत्ता और एलिवेटर में तकनीकी खराबी के कारण दोनों इंजनों के बंद हुए हो सकते हैं।