
बिहार सरकार ने एक महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लिया है. अब राजगीर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम जल्द ही बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के संचालन नियंत्रण में आ जाएगा. राजगीर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम अब बीसीए के अधीन होगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने राजगीर क्रिकेट स्टेडियम को बिहार क्रिकेट बोर्ड के अंतर्गत लाने के लिए बिहार सरकार का विशेष आभार जताया है. उन्होंने प्रदेश के क्रिकेट के लिए इस दिन को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि राजगीर में निर्माणाधीन क्रिकेट स्टेडियम के रखरखाव और संचालन का जिम्मा बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को सौंपने की सैद्धांतिक मंजूरी के साथ, राज्य में क्रिकेट की एक नई पहचान स्थापित होगी.
बीसीए करेगा राजगीर क्रिकेट स्टेडियम का संचालन
हालांकि, अभी आधिकारिक हस्तांतरण नहीं हुआ है, लेकिन बिहार सरकार ने एक महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लिया है कि राजगीर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम जल्द ही बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के संचालन नियंत्रण में आ जाएगा. संबंधित अधिकारियों को आने वाले महीनों में आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे बीसीए को स्टेडियम के रखरखाव और क्रिकेट गतिविधियों का प्रभार संभालने का रास्ता साफ हो जाएगा.
राकेश तिवारी ने कहा, “पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हो चुका है, लेकिन राजगीर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की जिम्मेदारी बीसीए को सौंपे जाने से हमारे खिलाड़ियों के लिए अभूतपूर्व अवसर पैदा होंगे. उन्हें एक आधुनिक, पूरी तरह से सुसज्जित स्टेडियम में अभ्यास करने और खेलने का मौका मिलेगा. इससे बिहार क्रिकेट का बुनियादी ढांचा भी मजबूत होगा.”
फैसले पर अध्यक्ष राकेश तिवारी ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, “यह निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शिता और खेलों के प्रति उनकी संवेदनशील दृष्टिकोण का परिणाम है. इससे बिहार के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने कौशल को निखारने का अवसर मिलेगा और वे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे.”
राकेश तिवारी ने कहा कि यह फैसला प्रदेश के क्रिकेट इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय की तरह है. इस फैसले से बिहार क्रिकेट नई ऊंचाइयों को छुएगा. बीसीए अध्यक्ष ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और खेल विभाग का विशेष आभार जताया.