
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र में प्रश्नकाल के दौरान रोजगार के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ. इस बीच सरकारी और निजी नौकरियों को लेकर विपक्ष ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में प्रश्नकाल के दौरान सरकारी व निजी क्षेत्र में नौकरियों को लेकर सदन में हंगामा देखने को मिला. विपक्षी दल भाजपा ने इसे लेकर सरकार को घेरा औऱ सरकार के जवाब से नाखुश होकर सदन से बाहर चल गया. प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने सरकार पर वादे पूरे न करने के आरोप लगाए, जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में सरकार द्वारा दी गई नौकरियों और आने वाली भर्तियों का पूरा ब्यौरा रखा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार देने को लेकर पूरी तरह गंभीर है. फिलहाल अब तक 23 हज़ार से अधिक युवाओं को नौकरी दी जा चुकी है. पिछले दो वर्षों में 5,960 नए सरकारी पद सृजित किए गए, जबकि 1,783 गैरजरूरी पदों को समाप्त किया गया है.
युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकार गंभीर- CM सुक्खू
सुक्खू ने बताया कि शिक्षा विभाग में 7,000 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है. इसी तरह पंप ऑपरेटर के 5,000 पदों पर भर्ती हुई है, नर्सिंग में 1,100 स्टाफ जोड़ा गया है और वन विभाग में 2,061 वन मित्रों को नौकरी दी गई है. पुलिस विभाग में 1,300 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और लिखित परीक्षा के नतीजे भी आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि 6,200 आयों और 6,000 एनटीटी की नियुक्ति अगले दो महीनों में कर दी जाएगी.
उन्होंने सदन को बताया कि हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम को केंद्र सरकार से लाइसेंस मिला है. इसके तहत प्रदेश के युवाओं को सऊदी अरब सहित अन्य देशों में रोजगार दिलाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. सुक्खू ने विपक्ष को “भ्रम फैलाने और सियासी ड्रामा” करने वाला करार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार आने वाले समय में 700 होमगार्ड, 100 जूनियर इंजीनियर, 800 पटवारी समेत सैकड़ों पदों पर भर्तियां करने जा रही है.
अनुबंध भर्ती योजना का सिर्फ नाम बदला गया-CM सुक्खू
इस हंगामें के बीच भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती द्वारा अनुबंध भर्ती योजना को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम ने कहा कि इसमें केवल नाम बदलकर “जॉब ट्रेनी” किया गया है. यह बदलाव अदालत के आदेश पर किया गया है और इसमें कोई अन्य परिवर्तन नहीं किया गया है.
विपक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनावों से पहले हर साल एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ. इसके साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने पांच साल में पांच लाख नौकरियों का वादा किया था, लेकिन अब तक यह अधूरा है. उन्होंने सीएम के दावों को भाजपा सरकार के समय किए गए विज्ञापनों पर आधारित बताया.