
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को दो बजे से शुरू होगा। इस सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष प्राकृतिक आपदा, स्कूलों को बंद करने समेत विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी में है। सत्र की तैयारियां रविवार को भी चलती रहीं। राज्य विधानसभा परिसर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। यह सत्र 18 अगस्त से 2 सितंबर तक चलेगा। इसमें 12 बैठकें होंगी। रविवार को शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने सुरक्षा बलों की भी रिहर्सल करवाई। रविवार को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि सत्र अविलंब चले और सदन में महत्वपूर्ण व सार्थक चर्चा हो, इसके लिए पक्ष-विपक्ष में सामंजस्य बनाने के लिए सत्र आरंभ होने से पूर्व 12:00 बजे मध्याह्न के समय सर्वदलीय बैठक होगी। इसमें संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया और भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक सुखराम चौधरी को आमंत्रित किया गया है। पठानिया ने कहा कि सत्र के समय का सदुपयोग जनहित से जुड़े विषयों पर सार्थक चर्चा के लिए होना चाहिए।
आमजन विधानसभा सत्र में जनहित से जुड़े विषयों पर चर्चा और समस्याओं के समाधान की अपेक्षा करते हैं। पठानिया ने कहा कि अभी तक प्रश्नों के माध्यम से विधानसभा सचिवालय को कुल 981 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, जिनमें 793 तारांकित यानी मौखिक रूप से पूछे जाने वाले प्रश्न होंगे। 188 अतारांकित प्रश्न होंगे, जिनका सरकार लिखित में जवाब देगी। पठानिया ने कहा कि नियम 62 के तहत 13, नियम 101 के तहत 6 और नियम 130 के तहत 13 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, जिन्हें आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को प्रेषित किया गया है। सदस्य 18 अगस्त को शाम 5:00 बजे तक विधानसभा सचिवालय को अपने प्रश्न भेज सकते हैं। सत्र के प्रथम दिन चिंतपूर्णी से पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल के निधन पर शोकोद्गार प्रस्तुत होंगे, जिस पर व्याख्यान के माध्यम से सदन के नेता, उप नेता और अन्य सदस्य श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।