साइबर सेल ने जयपुर में गिरोह को दबोचा , ऑनलाइन ठगी कर क्रिप्टो में बदलते थे पैसे

पुलिस मुख्यालय की साइबर सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे अंतर-राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो पूरे देश में लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहा था। इस गिरोह के चार सदस्यों को जयपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास से 6 मोबाइल, 5 बैंक पासबुक, 6 चेकबुक, 12 एटीएम, 19 सिम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक क्रेटा कार सहित मादक पदार्थ भी जब्त किया है।

होटल में बैठकर चला रहे थे ठगी का धंधा
यह कार्रवाई साइबर क्राइम के उप महानिरीक्षक पुलिस विकास शर्मा एवं एसपी शांतनु कुमार सिंह के निर्देश पर की गई। पीएचक्यू साइबर सेल के कांस्टेबल सच्चिदानंद शर्मा को सूचना मिली थी कि जयपुर के गोविंदपुरा में स्थित “होटल लेजेंड” के एक कमरे में कुछ लोग संगठित होकर साइबर ठगी का रैकेट चला रहे हैं। ये लोग व्हाट्सएप और टेलीग्राम के जरिए आम लोगों से संपर्क करते और उन्हें धोखे में रखकर उनके बैंक खातों से पैसे निकाल लेते थे। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए होटल पर छापा मारा।

साइबर सेल टीम ने जब कमरा नंबर 207 खुलवाया, तो वहाँ चार लोग मिले। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे मिलकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। इन आरोपियों की पहचान विष्णु दत्त पुत्र रामस्वरूप खींचड़ व देवीलाल गोदारा पुत्र शंकर लाल (36) निवासी बीकानेर, विवेक कुमार जायसवाल पुत्र शंकर प्रसाद (33) निवासी छत्तीसगढ़ और राहुल चौधरी पुत्र झाबरमल (23) निवासी श्रीमाधोपुर सीकर के रूप में हुई है।


क्रिप्टोकरेंसी में बदल देते थे ठगी का पैसा
जांच में सामने आया कि ये अपराधी लोगों से ठगे गए पैसे को सीधे बैंक खाते में नहीं रखते थे, बल्कि उसे USDT (क्रिप्टोकरेंसी) में बदल देते थे। इससे पुलिस के लिए पैसों का पता लगाना मुश्किल हो जाता था। ये कमीशन पर बैंक खाते और फर्जी सिम कार्ड खरीद उन खातों में ठगी की रकम प्राप्त किया करते थे, ताकि उनका पता न चल सके। टीम ने आरोपियों के पास से 6 मोबाइल, 5 बैंक पासबुक, 6 चेकबुक, 12 एटीएम, 19 सिम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक क्रेटा कार जब्त की है।

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