
एके-47 लॉकर लिंक’ में जम्मू-कश्मीर की प्रदेश जांच एजेंसी (एसआईए) ने शनिवार को एसी टेक्नीशियन को गिरफ्तार किया है। वहीं, शोपियां से एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, जो उमर का करीबी बताया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने लाल किला के पास विस्फोट की जांच के सिलसिले में श्रीनगर के बटमालू के रहने वाले तुफेल नियाज भट को गिरफ्तार किया है। नियाज भट पुलवामा के औद्योगिक क्षेत्र में एसी टेक्नीशियन का काम करता था। उसे पुलवामा से हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद अब गिरफ्तार कर लिया गया।
नियाज भट पर शक है कि अनंतनाग के राजकीय मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में डॉ. आदिल अहमद के लॉकर से मिली एके-47 उसने ही उपलब्ध करवाई थी। डॉ. आदिल इस मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर पहले से ही एनआईए की गिरफ्तारी में है। सूत्रों ने बताया कि जांच में सामने आया है कि सुसाइड बॉम्बर डॉ. उमर नबी जीएमसी श्रीनगर में एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान बटमालू में उसी इलाके में किरायेदार के तौर पर रह रहा था जहां, तुफेल नियाज भट रहता है।
माना जा रहा है कि इसी वजह से दोनों में संपर्क हुआ होगा और शक है कि इसी दौरान नियाज ने हथियार डॉ. उमर को दिया होगा और जिसने कथित तौर पर इसे डॉ. आदिल को दे दिया। नियाज ने एक पाकिस्तानी हैंडलर से हथियार मांगा था जिसका अभी तक पता नहीं चला है। हैंडलर की पहचान और मूवमेंट ट्रेल का पता लगाने के लिए तलाश जारी है।
डाॅ. उमर का करीबी है डॉक्टर : इस बीच, बढ़ती जांच में एसआईए ने दक्षिण कश्मीर में शोपियां के पडर निवासी एक डॉक्टर को हिरासत में लिया है। वह वर्तमान में श्रीनगर के बोन एंड जॉइंट हॉस्पिटल में सीनियर रेजिडेंट है। डॉ. उमर का करीबी दोस्त था। सूत्रों का कहना है कि संभावित लिंक और जानकारी के बारे में पूछताछ चल रही है।
डॉ. आदिल के भाई के खिलाफ गैर जमानती वारंट : आरोपी डॉ. आदिल अहमद राथर के भाई डॉ. मुजफ्फर अहमद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। वारंट दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में उनके घर पर तामील किया गया। जांच टीमों को रिकॉर्ड से पता चला कि डॉ. मुजफ्फर आखिरी बार दुबई की फ्लाइट में सवार हुआ था।



