
जयपुर नगर निगम ने लोकसभा और विधानसभा के साथ ही सदन चुनाव कराने का प्रस्ताव पारित किया है. इस प्रस्ताव पर विपक्षी दलों के पार्षदों ने भी अपनी सहमति दी. वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर राजस्थान में जयपुर नगर निगम ने अनूठी पहल की है. जयपुर नगर निगम ने लोकसभा और विधानसभा के साथ ही नगर निगम चुनाव कराने का प्रस्ताव पारित किया है. खास बात यह है कि सदन से यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ है. जयपुर देश का ऐसा पहला नगर निगम बना है, जिसने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर प्रस्ताव पारित किया है.
मेयर कुसुम यादव ने वन नेशन, वन इलेक्शन का प्रस्ताव पारित होने के बाद कहा कि जयपुर नगर निगम ने पूरे देश के सामने एक नजीर पेश की है. दूसरे नगर निगमों और निकायों को भी यह प्रस्ताव पारित करना चाहिए. जयपुर नगर निगम से पारित हुए प्रस्ताव में साल 2034 से लोकसभा, विधानसभा, नगर निगम और पंचायत के चुनाव एक साथ कराए जाने का फैसला किया गया है.
प्रस्ताव में क्या कहा गया है?
प्रस्ताव में कहा गया है कि अगले 9 सालों में लोकसभा और विधानसभा के साथ ही नगर निगम के चुनाव भी साथ कराए जाने का फॉर्मूला आम सहमति से तय कर लिया जाएगा. इस बारे में केंद्र और राज्य सरकार को भी प्रस्ताव की जानकारी भेजी जाएगी. खास बात यह है कि इस प्रस्ताव पर विपक्षी दलों के पार्षदों ने भी अपनी सहमति दी. मेयर कुसुम यादव के मुताबिक चुनाव पर होने वाले बेवजह के खर्च को रोकने और आचार संहिता की वजह से विकास के काम प्रभावित होने से बचाने के लिए दूसरी संस्थाएं भी पक्ष-विपक्ष का ध्यान रखें बिना आम सहमति से इसी तरह से प्रस्ताव पारित करेंगी. हालांकि, सदन की इस चौथी बैठक में दूसरे मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर नोक-झोंक हुई. दूसरे मुद्दों पर पार्षद आपस में एक-दूसरे से जूझते हुए नजर आए. दूसरे मुद्दों पर हंगामा के चलते सदन को बीच में ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
सदन की इस बैठक में जयपुर की मेयर मंजू शर्मा और विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य व गोपाल शर्मा भी विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर मौजूद थे.