
पंजाब में लैंड पूलिंग नीति का विरोध हो रहा है। सूबे के अलग-अलग जिलों में किसान जत्थेबंदियां विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं विपक्षी दल के नेता भी सड़कों पर उतर आए हैं। बठिंडा में लैंड पूलिंग के विरोध में अकाली दल बादल की तरफ से धरना दिया जा रहा है। सचिवालय के बाहर अकाली कार्यकर्ता धरना देकर रोष जता रहे हैं। इस प्रदर्शन में शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं।
बठिंडा में लैंड पूलिंग नीति के विरोध में अकाली दल के धरने दौरान शिअद नेता सिकंदर सिंह मलूका की अचानक तबीयत बिगड़ हो गई। वह पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे। अचानक उन्हें चक्कर आ गया। मौके पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में पहुंचा। जहां पर उनका उपचार चल रहा।
उधर दूसरी तरफ अमृतसर में किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। अमृतसर के पुडा कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में किसान इकट्ठा हुए हैं। लैंड पूलिंग पॉलिसी का विरोध किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर भी मौजूद हैं।
बता दें कि एक दिन पहले लुधियाना में किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के सदस्यों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को एक पत्र लिखकर कहा गया था कि लैंड पूलिंग नीति को लेकर एक साथ आने का आग्रह किया ताकि पंजाब सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
भूमि अधिग्रहण कानून का उल्लंघन है लैंड पूलिंग पॉलिसी : वड़िंग
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा है कि पंजाब की लैंड पूलिंग पॉलिसी तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस यूपीए सरकार की तरफ से 2013 में लागू किए गए भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। वड़िंग ने कहा कि इसी कारण उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह हस्तक्षेप करे और आप सरकार को पंजाब में किसानों पर जबरन थोपी जा रही लैंड पुलिंग पॉलिसी को लागू किए जाने से रोके।