
Noida News: वैशाली ने इस स्टार्टअप की शुरुआत वर्ष 2018 में की थी. उन्हें आईआईटी कानपुर से तकनीकी मार्गदर्शन मिला और यहीं से ‘डेकोर डिज़ाइन’ की नींव रखी गई.आज कम्पनी का टर्न ओवर करोड़ों में है.
ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में चल रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2025 में इस बार कुछ अलग और बेहद प्रेरणादायक देखने को मिला. कानपुर की महिला उद्यमी वैशाली बियानी ने अपने स्टार्टअप ‘डेकोर डिज़ाइन’ के तहत पुराने टायरों से बने अनोखे फर्नीचर और सजावटी वस्तुएं प्रदर्शित कर दर्शकों को चौंका दिया. यह स्टॉल जहां एक ओर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है, वहीं दूसरी ओर अपशिष्ट प्रबंधन (Waste Management) को रोजगार में बदलने की मिसाल भी बन रहा है.
वैशाली ने इस स्टार्टअप की शुरुआत वर्ष 2018 में की थी. कानपुर के आर्य नगर की रहने वाली वैशाली ने देखा कि पुराने टायर जलाकर तेल बनाने की प्रक्रिया से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है. तभी उन्होंने ठान लिया कि इन टायरों को पुनः उपयोग में लाकर एक ऐसा उत्पाद तैयार किया जाए जो न केवल टिकाऊ हो, बल्कि देखने में भी आकर्षक हो. इस सोच को आगे बढ़ाने में उन्हें आईआईटी कानपुर से तकनीकी मार्गदर्शन मिला और यहीं से ‘डेकोर डिज़ाइन’ की नींव रखी गई.
50 से ज्यादा को रोजगार
आज उनकी कंपनी का टर्नओवर कई करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है और 50 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है. उनके उत्पादों में गार्डन चेयर, बैग्स, झूले, टेबल-कुर्सियां, आउटडोर फर्नीचर, प्लांट होल्डर्स, और सजावटी मूर्तियां शामिल हैं. इन वस्तुओं की मांग न सिर्फ भारत में बल्कि जर्मनी, लंदन, दुबई और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में भी लगातार बढ़ रही है.
वैशाली की सफलता की राह आसान नहीं रही. शुरू में लोगों ने उनके आइडिया को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. आज उनकी मेहनत ने उन्हें देश की अग्रणी महिला उद्यमियों की सूची में ला खड़ा किया है.
सरकार ने दिया इनाम
हाल ही में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में आयोजित स्वच्छता स्टार्टअप सम्मेलन में वैशाली के स्टार्टअप को देश के शीर्ष 30 स्टार्टअप्स में शामिल किया गया और 20 लाख का पुरस्कार भी प्रदान किया गया.