
फार्म मालिक और स्थानीय लोगों के प्रयासों के बावजूद चूजों को नहीं बचाया जा सका। पॉल्ट्री फार्म के मालिक राजपाल ने बताया कि वह वर्षों से इस क्षेत्र में पॉल्ट्री फार्म चला रहे थे और उनके फार्म से अंडों की नियमित सप्लाई मिलिट्री एरिया में होती थी।
यमुनानगर के खंड जठलाना गांव नाहरपुर में रविवार सुबह आकाशीय बिजली गिरने से एक पॉल्ट्री फार्म की दो मंजिला इमारत पूरी तरह से ढह गई, जिससे इमारत के अंदर मौजूद करीब 13 हजार चूजे (मुर्गी के बच्चे) मलबे में दबकर मर गए। इस हादसे में पॉल्ट्री फार्म मालिक को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह के समय तेज गर्जना के साथ बिजली सीधी इमारत पर गिरी, जिसकी चपेट में आते ही पूरी इमारत भरभराकर गिर गई। आसपास के लोगों ने बताया कि हादसे के समय इलाके में हल्की बारिश हो रही थी।
हादसे की जानकारी मिलते ही संबंधित थाना पुलिस और पशुपालन विभाग की डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची। राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाते हुए जेसीबी की सहायता से मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया। हालांकि, फार्म मालिक और स्थानीय लोगों के प्रयासों के बावजूद चूजों को नहीं बचाया जा सका।
पॉल्ट्री फार्म के मालिक राजपाल ने बताया कि वह वर्षों से इस क्षेत्र में पॉल्ट्री फार्म चला रहे थे और उनके फार्म से अंडों की नियमित सप्लाई मिलिट्री एरिया में होती थी। उन्होंने बताया कि इस हादसे से सप्लाई व्यवस्था ठप हो गई है और उनका आर्थिक भविष्य भी खतरे में पड़ गया है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है ताकि वह दोबारा से अपना व्यवसाय शुरू कर सकें।
मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक डॉ. अशोक मिश्रा ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों व प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि हादसा आसमानी बिजली गिरने के कारण हुआ। पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो गई है और सभी चूजों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और रिपोर्ट तैयार की जा रही है।