महाराष्ट्र: जलगांव में बादल फटने जैसा मंजर, 10 गांव प्रभावित

महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बादल फटने जैसे हालात के कारण 10 गांव प्रभावित हुए हैं। जिला कलेक्टर आयुष प्रसाद ने बताया कि लगभग 452 घरों में पानी भरने की खबर है। किसानों की करीब 2500 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान हुआ है। इस आपदा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। लगभग 250 मवेशी और 1800 अन्य पशुओं के भी मारे जाने की पुष्टि हुई है। राज्य आपदा राहत बल (SDRF) प्रभावित परिवारों के बीच खाद्य सामग्री बांट रही है। कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार में जल संसाधन एवं आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद कहा, जिले के चार तहसील दो दिन तक लगातार हुई भारी बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है।खेतों में लगी फसलें नष्ट हो गईं और कई घरों में भी पानी घुस गया। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र सर्वेक्षण करा कर पीड़ितों को उचित मुआवजा देने का बंदोबस्त करने के निर्देश दिए हैं।

पुरानी रंजिश में खौफनाक कत्ल, मुंबई में 27 साल के युवक की नृशंस हत्या
मुंबई के शिवाजी नगर स्थित लोटस कॉलोनी में सोमवार रात एक पुराने विवाद को लेकर 27 वर्षीय असलम कुरैशी की हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार, कुरैशी अपने दोस्तों से बातचीत कर रहा था, तभी आरोपी नाजिम वहां पहुंचा और धारदार हथियार से उसका गला रेतने के बाद कई वार किए। गंभीर रूप से घायल कुरैशी को राजावाड़ी अस्पताल और फिर सायन अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी भाग गया, लेकिन पुलिस ने उसे इलाके से पकड़ लिया। नाजिम ने बताया कि उसका यह हमला 2022 में कुरैशी से हुए विवाद का नतीजा था।

मुंबई नगर निकाय चुनावों से पहले शिंदे ने पूर्व पार्षदों से कहा- शिवसेना के काम जनता तक पहुंचाएं
मुंबई नगर निकाय चुनावों से पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को पूर्व पार्षदों से अपील की कि वे जनता के बीच जाकर पार्टी द्वारा किए गए कामों को बताएं। शिंदे ने यहां नरीमन प्वाइंट पर पूर्व पार्षदों की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान विधायक निलेश राणे और पूर्व लोकसभा सांसद राहुल शेवाले भी मौजूद रहे। शिंदे के यह निर्देश उस दिन आए, जब सुप्रीम कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग को आदेश दिया कि स्थानीय निकाय चुनाव 31 जनवरी, 2026 से पहले कराए जाएं। अविभाजित शिवसेना के 82 पार्षदों का कार्यकाल 2022 में समाप्त हुआ था, जिनमें से 50 से अधिक नेता पार्टी टूटने के बाद एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव शिंदे गुट के लिए बेहद अहम माने जा रहे हैं, क्योंकि मुंबई में अब भी उद्धव ठाकरे गुट शिवसेना (यूबीटी) का मजबूत असर है।

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