महायुति में CM फेस कौन? नितिन गडकरी का बड़ा बयान, बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले- ‘कोई मंदिर तो कोई मस्जिद…’

Maharashtra Election 2024: महायुति में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान के अलावा चुने गए प्रतिनिधि अपना नेता चुनेंगे.

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच महायुति में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि यह चुनाव एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस तीनों के नेतृत्व में हो रहा है और पार्टी हाईकमान के अलावा चुने गए प्रतिनिधि अपना नेता चुनेंगे. साथ ही पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा.

वहीं ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे पर नितिन गडकरी ने कहा, “हमारा देश एक है, हम सभी भारतीय हैं. हमारी पूजा पद्धति अलग है, कोई मंदिर जाता है, कोई मस्जिद जाता है, कोई चर्च जाता है, लेकिन हम सभी भारतीय हैं. हम सभी को आतंकवाद और देश के दुश्मनों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए, यही इसकी भावना है. सभी भारतीयों को एकजुट होना चाहिए, यह उन्हें विभाजित करने का प्रयास नहीं है. लोग इसके अलग-अलग अर्थ निकाल रहे हैं.

‘महायुति को निर्णायक बहुमत मिलेगा’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी का महायुति गठबंधन निश्चित रूप से महाराष्ट्र में जीत हासिल करने जा रहा है. हमें निश्चित रूप से निर्णायक बहुमत मिलेगा. मुझे विश्वास है कि हम जीतेंगे. मुझे लगता है कि हमें इस गठबंधन से लाभ होगा और हम जीतेंगे. कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) या एनसीपी-एससीपी और शिवसेना (यूबीटी) जो एक साथ आए हैं, उनके आम विचार क्या हैं?”

‘हम मराठा आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं’
इसके साथ एएनआई से बातचीत के दौरान नितिन गडकरी ने एमवीए के इस आरोप पर कि ‘महाराष्ट्र में आने वाली परियोजनाओं को बाहर गुजरात ले जाया गया और महाराष्ट्र को नीचे धकेल दिया गया’, इसपर कहा कि यह गलत है, निवेश करने वाला व्यक्ति खुद तय करता है कि उसे किस गांव, जिले और राज्य में निवेश करना है और वह वहां की सरकार की नीतियों को ध्यान में रखते हुए निवेश करता है.

उन्होंने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से गलत है, यह बीजेपी को बदनाम करने के लिए है. मराठा आरक्षण पर उन्होंने कहा कि जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने रास्ता निकालकर मदद करने की कोशिश की थी. हम मराठा आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं.

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