
कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखंड में गंगा कटाव ने भयावह रूप ले लिया है। बाढ़ और कटाव के लिहाज से रेड जोन में शामिल इस इलाके में हाल के दिनों में दर्जनों घर नदी की धारा में समा चुके हैं। कई और घरों पर संकट गहराता जा रहा है, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं और पलायन को मजबूर हो रहे हैं।
ग्रामीणों के अनुसार बड़े-बड़े पेड़ भी कटाव की भेंट चढ़कर नदी में बह गए हैं। लोग दिन-रात भयभीत रहते हैं कि कब उनका घर भी नदी की धार में विलीन हो जाए। स्थानीय प्रतिनिधियों और ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो अमदाबाद प्रखंड के पार दियारा पंचायत के वार्ड नंबर 11, 12 और 20 जैसे गंगा के किनारे बसे इलाके अस्तित्वहीन हो जाएंगे।
करीमुल्लापुर पंचायत के मुखिया मोहम्मद तारीख अनवर ने बताया कि गंगा का कटाव हर साल तबाही मचाता है, लेकिन अब तक स्थाई समाधान नहीं निकला। प्रशासन सिर्फ सर्वे और निरीक्षण तक ही सीमित रहता है, जबकि लोगों के जीवन और भविष्य पर संकट लगातार मंडरा रहा है।
मुखिया प्रतिनिधि अब्दुल बारी ने कहा कि कटाव प्रभावित लोग सुरक्षित जगह पर जाने को मजबूर हो गए हैं। कई परिवार उजड़कर खुले आसमान के नीचे जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल सुरक्षा उपाय करने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया है कि इस बार सिर्फ आश्वासन नहीं बल्कि ठोस कार्रवाई की जाए, ताकि अमदाबाद प्रखंड गंगा की धार में विलीन न हो सके।