
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में खाने में कीड़ा मिलने पर 19 साल के युवक की शिकायत पर कैफे मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. शिकायतकर्ता ने कैफे पर खराब खाना परोसने का आरोप लगाया है.
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में फूड लवर्स के बीच बेहद लोकप्रिय ‘रामेश्वरम कैफे’ एक बार फिर विवादों में आ गया है. 2024 में हुए विस्फोट मामले के कारण सुर्खियों में रहा यह कैफे अब खाने की सुरक्षा को लेकर गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है. कैफे में खाने के अंदर कीड़ा मिलने की शिकायत के बाद मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
19 साल के युवक की शिकायत पर खाने में मिलावट, आपराधिक साजिश और अन्य संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है. यह शिकायत कैफे के मालिक राघवेंद्र राव, उनकी पत्नी दिव्या राघवेंद्र राव और वरिष्ठ कार्यकारी सुमांत लक्ष्मीनारायण के खिलाफ की गई है.
खाने में सुपरवर्म मिलने का आरोप
घटना जुलाई महीने की है. शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि 24 जुलाई की सुबह वह अपने दोस्तों के साथ गुवाहाटी जाने वाली फ्लाइट पकड़ने के लिए केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 पर पहुंचे. वहां उन्होंने रामेश्वरम कैफे में नाश्ते के लिए पोंगल और फिल्टर कॉफी का ऑर्डर दिया था.
उनके अनुसार, भोजन के अंदर उन्हें एक बड़ा कीड़ा (सुपरवर्म) मिला. युवक ने तुरंत कैफे के कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी. कर्मचारियों ने नया भोजन देने की पेशकश की, लेकिन शिकायतकर्ता इसके लिए तैयार नहीं हुए. कैफे में मौजूद कई लोगों ने इस घटना के वीडियो और तस्वीरें भी ले लीं. घटना के बाद शिकायतकर्ता बिना किसी हंगामे के कैफे से बाहर निकल गए और 8:45 बजे की फ्लाइट के लिए निकल गए.
कैफे प्रतिनिधि ने लगाया 25 लाख की मांग का आरोप
शिकायतकर्ता ने FIR में बताया कि अगले दिन यानी 25 जुलाई को उन्हें मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए पता चला कि कैफे के वरिष्ठ प्रतिनिधि सुमांत बीएल ने उनके खिलाफ 25 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है. कैफे की ओर से दावा किया गया था कि युवक ने कैफे की रेपुटेशन खराब करने की धमकी दी है.
लेकिन शिकायतकर्ता ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया. उनका कहना है कि जिस समय की शिकायत सुमांत ने दर्ज कराई है, उस समय वे उड़ान में थे. इसके सबूत के तौर पर उनके पास बोर्डिंग पास, फ्लाइट रिकॉर्ड और समय की पुष्टि वाले डॉक्यूमेंट मौजूद हैं. शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि शिकायत में जिन फोन नंबरों का ज़िक्र किया गया है, उनमें से किसी का भी उनसे कोई संबंध नहीं है. उन्होंने न तो कभी मुआवजा मांगा और न ही किसी तरह का आर्थिक दावा किया है.
सीसीटीवी और कॉल रिकॉर्ड की जांच की मांग
एफआईआर में शिकायतकर्ता ने उस दिन के कैफे के सीसीटीवी फुटेज, उनके फ्लाइट बोर्डिंग रिकॉर्ड और कॉल डिटेल्स की जांच करने का अनुरोध किया है. उनका कहना है कि कैफे में परोसे गए खराब खाना की वजह से यह एक गंभीर खाने की सुरक्षा का मुद्दा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.


