
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि उन्होंने पुलिस के सभी सवालों का जवाब दिया. बमों के स्रोत की नहीं दी जानकारी. मान सरकार की कार्रवाई हमें डरा नहीं सकती पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा मंगलवार (15 अप्रैल) को अपने खिलाफ दर्ज एक प्राथमिकी के सिलसिले में पुलिस के सामने पेश हुए. बाजवा के खिलाफ पुलिस ने उनके 50 बमों वाले लेकर दर्ज की थी. उन्होंने कहा था कि पंजाब में 50 बम पहुंच गए हैं.
अब पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी. इसे कांग्रेस नेता बाजवा के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है. हाईकोर्ट ने प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ दर्ज FIR रद्द करने को लेकर उनकी याचिका पर सुनवाई में ये आदेश बुधवार को दिया. हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि बाजवा के खिलाफ राज्य सरकार की तरफ से कोई भी कार्रवाई कोर्ट सुनवाई की अगली तारीख 22 अप्रैल तक न की जाए. पंजाब पुलिस ने प्रताप सिंह बाजवा से मंगलवार को लगभग 5.25 घंटे तक पूछताछ की. पंजाब पुलिस की पूछताछ के दौरान प्रताप सिंह बाजवा ने बमों के स्रोत का खुलासा करने से इनकार कर दिया. इस बीच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं आप ने बाजवा के बयान की निंदा की. बाजवा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया.
भगवंत मान को हालात की गंभीरता का अंदाजा नहीं- बाजवा
प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘वह आप सरकार द्वारा उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं.’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘यदि सीएम भगवंत मान को 1992-93 तक पंजाब में जो कुछ भी हुआ, उसका जरा भी अंदाजा होता तो उन्हें इस स्थिति की गंभीरता का एहसास होता.’’
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि उन्होंने (मान) अपनी पूरी जिंदगी में गोली चलने की आवाज नहीं सुनी होगी तो उन्हें कैसे पता होगा कि पंजाब में क्या हुआ और पंजाब पर क्या-क्या नये खतरे मंडरा रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि चेतावनी दी कि पंजाब में इस समय स्थिति बहुत गंभीर और नाजुक है तथा हर पंजाबी इसको लेकर चिंतित है.
पंजाब में जंगल राज- राजा वडिंग
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख राजा वडिंग ने ‘‘राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर कहा, ‘‘पंजाब में जंगल-राज है. पंजाब पुलिस एक कठपुतली की तरह काम कर रही है और शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है.’’ उन्होंने कांग्रेस ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए उनके (बाजवा) खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया.
पुलिस की कार्रवाई निंदनीय- सुखबीर सिंह बादल
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी बाजवा के खिलाफ मामला दर्ज करने की निंदा की. बादल ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर ‘आप’ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा को भी झूठे मामलों से धमकाया जा रहा है. विपक्ष के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करके या पुलिस द्वारा उनसे बार-बार पूछताछ करवाकर उनकी आवाज दबाने के प्रयासों की हम निंदा करते हैं.’’
बता दें कि 50 बमों वाले बयान पर प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ पंजाब पुलिस ने बीएनएस की धारा 197(1)(डी) (देश की संप्रभुता और एकता को खतरे में डालने वाली गलत एवं भ्रामक सूचना) तथा 353(2) (दुश्मनी और नफरत या दुर्भावना पैदा करने के इरादे से गलत बयान) के तहत एक मामला दर्ज किया है.