
एमसीडी के 12 वार्डों के उपचुनाव के लिए शुक्रवार शाम पांच बजे प्रचार बंद हो जाएगा। इससे पहले पूरे दिन तीनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेता अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में शक्ति प्रदर्शन करेंगे। सभी दलों के बड़े नेता रोड शो, रैली, पदयात्रा और नुक्कड़ सभाओं में हिस्सा लेंगे।
उपचुनाव के ये 12 वार्ड दिल्ली के अलग-अलग जोन में फैले हुए हैं, जिनमें स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ सफाई व्यवस्था, पानी, सीवर, पार्क, सड़कें और भ्रष्टाचार जैसे बड़े नगर निकाय मुद्दे प्रमुखता से उठाए गए हैं। भाजपा उपचुनाव को रेखा गुप्ता सरकार की नीतियों पर जनता की मुहर मानकर प्रचार कर रही हैं, जबकि आप पार्टी एमसीडी में अपने पुराने कामकाज और पार्षद स्तर पर किए गए विकास कार्यों का हवाला देती रही है। कांग्रेस इन चुनावों को दोनों दलों की विफलताओं से जनता की नाराजगी और अपने मजबूत ग्रासरूट कैंडिडेट्स पर विश्वास की वापसी के तौर पर पेश कर रही है।
चुनावी माहौल शुक्रवार को पूरे दिन बेहद गर्म रहने की संभावना है। भाजपा ने कई वार्डों में रोड शो की योजना बनाई है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और वरिष्ठ पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। आप पार्टी के कई नेता, विधायक और पार्षद भी अपने प्रत्याशियों के साथ रैलियां निकालेंगे। वहीं कांग्रेस ने भी अपने प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, दिल्ली प्रभारी काजी निजामुद्दीन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार और एआईसीसी सचिवों को मैदान में उतारा है।
चुनाव आयोग ने सभी वार्डों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त रखने के निर्देश दिए हैं। मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के तहत शाख्पांच बजे के बाद किसी भी खुले प्रचार, रैली और ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग पर रोक लग जाएगी। पुलिस और निर्वाचन विभाग के फ्लाइंग स्क्वॉड्स पूरे दिन निगरानी में रहेंगे ताकि शराब, पैसे या किसी भी तरह के प्रलोभन के जरिए मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिशों पर रोक लगाई जा सके। इन वार्डों में मतदान 30 नवंबर को होगा।



