
गुलाम रजा समाजसेवी मकसूद खान के इकलौते पुत्र हैं। उनके पिता किसान हैं और मां गृहिणी। रजा शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई रांची में पूरी की और वहीं रहकर जेपीएससी की तैयारी की।
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में लोहरदगा जिले के कैरो प्रखंड के दो होनहार युवाओं ने सफलता प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है। कैरो प्रखंड के गजनी पंचायत अंतर्गत गराडीह गांव के रहने वाले गुलाम रजा और टाटी गांव निवासी कृष्ण कुमार शुक्ला का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है। जेपीएससी द्वारा जारी परिणाम सूची में गुलाम रजा ने 17वां और कृष्ण कुमार शुक्ला ने 96वां स्थान प्राप्त किया है। इनकी इस ऐतिहासिक सफलता पर परिवार, गांव और जिले में हर्ष की लहर है।
गुलाम रजा: किसान का बेटा बना अफसर
गुलाम रजा, समाजसेवी मकसूद खान के इकलौते पुत्र हैं। उनके पिता किसान हैं और मां गृहिणी। रजा शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई रांची में पूरी की और वहीं रहकर जेपीएससी की तैयारी की। सफलता के बाद उन्होंने कहा, “इस उपलब्धि का श्रेय सबसे पहले मैं अपने माता-पिता और गुरूजनों को देना चाहता हूं। उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन के बिना यह संभव नहीं था।
कृष्ण कुमार शुक्ला: साधारण परिवार से असाधारण सफर
वहीं, कैरो प्रखंड के टाटी गांव निवासी कृष्ण कुमार शुक्ला भी एक सामान्य परिवार से आते हैं। उनके पिता प्रदीप शुक्ला एक अमीन हैं। कृष्ण कुमार ने भी अपने पूरे प्रयास से यह सफलता अर्जित की है। उन्होंने कहा कि मैं अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता को देता हूं। उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद से ही यह संभव हुआ।
अगर मेहनत दिल से की जाए तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती। दोनों युवाओं की इस सफलता से पूरे कैरो प्रखंड सहित लोहरदगा जिले में खुशी का माहौल है। लोगों ने दोनों परिवारों को बधाइयां दी हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। गौरतलब है कि गुलाम रजा और कृष्ण कुमार की यह सफलता न सिर्फ उनके परिवार के लिए गौरव की बात है, बल्कि इससे पूरे लोहरदगा जिले का नाम भी राज्य में ऊंचा हुआ है।