सीएम हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि ‘झारखंड चौपाल’ और ‘रांची चौपाल’ जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स से पिछले 30 दिनों में 72 लाख रुपये के विज्ञापन दिए गए हैं, और इन विज्ञापनों का उद्देश्य सिर्फ उनकी और राज्य की छवि को खराब करना था।
झारखंड पुलिस ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य की छवि को खराब करने के आरोप में दो सोशल मीडिया अकाउंट्स के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के आरोपों के बाद की गई, जिसमें पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर मुख्यमंत्री और राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए ‘शैडो कैंपेन’ चलाने का आरोप लगाया था।
एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री और राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया था कि भाजपा राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर गलत प्रचार करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है और उसने 95,000 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं।
चुनाव आयोग ने लिया मामले का संज्ञान
झामुमो के प्रवक्ता विनोद पांडे ने कहा, ‘हमने रांची के गोंडा और रातू पुलिस स्टेशनों में सोशल मीडिया पर शैडो कैंपेनों के खिलाफ दो शिकायतें दर्ज की हैं।’ इस मामले को झामुमो ने चुनाव आयोग के सामने भी उठाया था। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रवि कुमार ने बताया कि आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है और एक अनुपालन रिपोर्ट भेजी है।
अन्यायपूर्ण तरीकों से जीत हासिल करने के बजाय सिद्धांतों पर टिके रहना बेहतर
मुख्यमंत्री सोरेन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘तानाशाहों के पास अरबों रुपये हो सकते हैं, लेकिन उनका मानना है कि अन्यायपूर्ण तरीकों से जीत हासिल करने के बजाय सिद्धांतों पर टिके रहना बेहतर है।’ उन्होंने कहा कि मैं आपको एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट देना चाहता हूं। भाजपा ने ‘शैडो कैंपेन’ के जरिये मेरी और राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए फेसबुक विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं।
30 दिनों में सोशल मीडिया अकाउंट्स से दिए गए 72 लाख के विज्ञापन
सोरेन ने आरोप लगाया कि ‘झारखंड चौपाल’ और ‘रांची चौपाल’ जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स से पिछले 30 दिनों में 72 लाख रुपये के विज्ञापन दिए गए हैं, और इन विज्ञापनों का उद्देश्य सिर्फ उनकी और राज्य की छवि को खराब करना था। उन्होंने कहा कि इन विज्ञापनों में धार्मिक उन्माद फैलाया जा रहा था और लोगों को आपस में लड़वाया जा रहा था।
मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि जबकि भाजपा ने ‘उनकी छवि खराब करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए’, उन्होंने किसी भी प्रचार पर एक रुपया भी खर्च नहीं किया, और यह सोशल मीडिया विज्ञापन लाइब्रेरी से सत्यापित किया जा सकता है।
भाजपा का दावा- आरोप सोरेन की हताशा को दर्शाते हैं
भाजपा ने दावा किया कि ये आरोप सोरेन की हताशा को दर्शाते हैं। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता दीपक प्रकाश ने कहा कि सोरेन का यह बयान उनकी हताशा और निराशा को दर्शाता है। वह समझ गए हैं कि वह इस लड़ाई को हार चुके हैं, और इसीलिए ऐसे झूठे आरोप लगा रहे हैं।