झारखंड: आजसू के एकमात्र MLA निर्मल महतो का चौंकाने वाला फैसला…

आजसू के नवनिर्वाचित विधायक निर्मल महतो ने कहा, मैंने सुदेश महतो को अपना इस्तीफा भेजा है, ताकि वह इस सीट पर उपचुनाव लड़ सकें और विधानसभा में प्रवेश कर सकें।

आजसू पार्टी के एकमात्र विधायक निर्मल महतो ने रविवार को अपनी मांडू सीट से इस्तीफे की पेशकश की, ताकि पार्टी प्रमुख सुदेश महतो फिर से चुनाव लड़ सकें और विधानसभा में प्रवेश कर सकें। सुदेश महतो सिल्ली सीट से चुनाव हार गए थे। आजसू झारखंड में भाजपा की सहयोगी पार्टी है। उसने विधानसभा चुनाव में दस सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वह केवल एक सीट ही जीतने में सफल रही। पार्टी यह सीट भी बेहद करीबी मुकाबले (महज 231 वोट के अंतर से) में जीत पाई।

नवनिर्वाचित विधायक निर्मल महतो ने कहा, मैंने सुदेश महतो को अपना इस्तीफा भेजा है, ताकि वह इस सीट पर उपचुनाव लड़ सकें और विधानसभा में प्रवेश कर सकें। सुदेश महतो ने सिल्ली सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के उम्मीदवार अमित कुमार ने 23,867 मतों के अंतर से हरा दिया।

मांडू सीट पर निर्मल महतो ने कांग्रेस के जयप्रकाश भाई पटेल को हराया। महतो 90,871 वोट मिले, जबकि पटेल को 90,640 वोट मिले। 2019 में पटेल ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और निर्मल महतो को करीब 2,00 मतों से हराया था। लोकसभा चुनाव से पहले पाटिल कांग्रेस में शामिल हो गए थे, जिसके बाद भाजपा ने मांडू सीट को आजसू पार्टी के लिए छोड़ दी थी। आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव जलेश्वर महतो ने पुष्टि की कि सुदेश महतो को निर्मल महतो का इस्तीफा पत्र मिला है और वह इस पर फैसला लेंगे।

झारखंड के नतीजे कैसे हैं?

81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए पिछले चुनाव 13 नवंबर और 20 नवंबर को हुए थे। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए। हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा को सबसे ज्यादा 34 सीटें मिलीं। इसके बाद भाजपा को 21 सीटें मिलीं। अन्य दलों की बात करें तो कांग्रेस को 16, राजद को 4 और भाकपा (माले) की 2 सीटों पर जीत मिली। इसके अलावा 1-1 सीट पर आजसू, जदयू, लोजपा (आर) और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा को मिली।

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