
उद्धव ठाकरे गुट ने सामना में पीएम मोदी पर हमला करते हुए उरी, पठानकोट, पुलवामा और पहलगाम हमलों का राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप लगाया. उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी का दावा है कि उरी, पठानकोट, पुलवामा और पहलगाम हमलों के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राजनीति की. उद्धव गुट की ओर से कहा गया है कि पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों को अब तक न्याय नहीं मिला है. इसी के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक भावनात्मक राजनीतिक चाल बताया गया है.
शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला गया है. लेख में कहा गया है कि उरी, पठानकोट, पुलवामा और पहलगाम जैसे आतंकी हमले मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए और इन हमलों का राजनीतिक फायदा उठाकर बीजेपी ने वोट मांगे. इन शहीदों को असली न्याय आज तक नहीं मिला.
अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर भी बीजेपी पर निशाना
सामना में कहा गया है कि अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई थी. उस समय पूरा देश शोक में डूबा था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी उस वक्त साइप्रस दौरे पर गए हुए थे. वहां हंसते-खेलते फोटो खिंचवा रहे थे. इसी बात को लेकर ठाकरे गुट ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि जब वे साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पहनकर भारत लौटें, तब उन्हें उन 26 बहनों की याद रखनी चाहिए जिनके माथे से सिंदूर उजड़ गया.
ऑपरेशन सिंदूर और बदली हुई भूमिका
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला देते हुए शिवसेना ने कहा कि अब वही मोदी ‘युद्ध अच्छा नहीं होता’ और ‘यह युद्ध का समय नहीं है’ जैसी शांति की बातें कर रहे हैं. ठाकरे गुट ने तंज कसते हुए कहा कि इस बदले हुए रवैये का श्रेय अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिया जाना चाहिए, क्योंकि उन्हीं के दबाव में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई रुकी.
पीएम मोदी की ‘शांति की कबूतरबाजी’ पर तंज
शिवसेना ने नोटबंदी पर भी हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकियों की फंडिंग रोकने के लिए नोटबंदी की, लेकिन उसमें आम जनता पिसी और आतंकी गतिविधियां बंद नहीं हुईं. अगर अब भी आतंकियों को आर्थिक मदद मिल रही है तो इसके लिए गृह मंत्रालय जिम्मेदार है. शिवसेना ने तंज कसा कि “सिंदूर की रक्षा के लिए जिन लोगों ने युद्ध के विमान उड़वाए थे, वही मोदी अब शांति के कबूतर उड़ा रहे हैं.”