
मानसून के बाद अरब सागर में उठा सीजन का पहला चक्रवात शक्ति समुद्र में उथल-पुथल मचा रहा है। समुद्र को मथ रहे इस चक्रवात में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, जो और तेज हो सकती हैं। यह ओमान और पाकिस्तान को ओर बढ़ रहा है और इसके भारत के तट से टकराने की संभावना कम है। इसके बावजूद इसके प्रभाव से महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है, जिसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तरी बंगाल के जिलों में रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि पश्चिमी झारखंड और दक्षिण बिहार, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास के इलाकों में निम्न दाब क्षेत्र बना है। इसके प्रभाव से पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, कूच बिहार, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में सोमवार सुबह तक भारी बारिश होने की संभावना है और रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, दक्षिण बंगाल के मुर्शिदाबाद, बीरभूम और नादिया जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है।
हिमाचल में आज-कल बारिश का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में मौसम फिर करवट लेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार को बारिश और ओलावृष्टि का यलो तथा सोमवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य में 8 अक्तूबर तक लगातार बारिश होने का पूर्वानुमान है। कुछ स्थानों पर गरज के साथ 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और ओलावृष्टि होने की संभावना है। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी भी हो सकती है।
गुजरात के छह जिलों में बारिश के आसार
आईएमडी ने कहा कि चक्रवात शक्ति के सोमवार सुबह गुजरात की तरफ मुड़ने और पूर्व-उत्तर-पूर्व की दिशा में बढ़ने और इसके कमजोर पड़ने की संभावना है। लेकिन इसके प्रभाव से समुद्र में ऊंची लहरे उठेंगी। 8 अक्तूबर को गुजरात के द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, सूरत, नवसारी और वलसाड जिलों में मध्यम से भारी बारिश भी हो सकती है। मछुआरों को अगले 5 दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।