
ड्राई फ्रूट विक्रेता ने खुद को आग लगा ली थी। परिजनों का कहना है कि वे दिल्ली धमाके में आतंकी मॉड्यूल की चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए बेटे और भाई को उठाने के बाद से परेशान थे। घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि बेगुनाहों को क्यों तंग किया जा रहा है। वहीं मंगलवार को भी कुछ लोग मृतक के घर पहुंचे।
सुरक्षा एजेंसियाें ने दिल्ली विस्फोट मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है। डॉ. अदील राथर के पड़ोसी वानपोरा के बिलाल अहमद को बेटे जासिर बिलाल और भाई नबील वानी के साथ पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। बाद में बिलाल को छोड़ दिया था। बिलाल ने खुद को आग लगा ली थी। अस्पताल लेकर पहुंचे परिजन का कहना था कि बिलाल को बेटे और भाई से नहीं मिलने दिया जा रहा था, जिससे नाराज होकर उसने आत्महत्या कर ली। रविवार देर रात उसकी मौत हो गई।
भाभी नसीमा अख्तर ने बताया था कि बिलाल के बेटे को पकड़ा गया था। डॉ. राथर के कारण बेगुनाह लोगों को पकड़ा जा रहा है। अगर किसी एक ने गलती की है तो सभी को क्यों फंसाया जा रहा है। बेकसूर हैं, पति नबील जो फिजिक्स के लेक्चरर हैं उन्हें ड्यूटी से पकड़ा गया है। बिलाल ने घटना से अपमानित महसूस किया इसलिए खुद को आग लगा ली।



