बैंगन का भरता या इसकी सब्जी का स्वाद तो हर किसी की जुबान पर चढ़ जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि यह सब्जी सेहत के लिए नुकसानदायक (Side effects of Brinjal) भी हो सकती है? दरअसल, इस आर्टिकल में हम आपको ऐसी 5 समस्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे जूझ रहे लोगों को बैंगन के सेवन से दूर ही रहना चाहिए क्योंकि ऐसा न करने पर सेहत को बड़ा नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे।
गैस, एसिडिटी और बदहजमी
बैंगन का सेवन करने से पाचन तंत्र से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। मानसून में तो पाचन तंत्र और भी ज्यादा संवेदनशील हो जाता है। इसलिए, जिन लोगों को पहले से ही गैस्ट्रिक या पाचन संबंधी दिक्कतें हैं, उन्हें बैंगन का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे उनकी परेशानी और बढ़ सकती है।
खून की कमी
खून की कमी से पीड़ित लोगों के लिए बैंगन का सेवन बिल्कुल भी फायदेमंद नहीं है। दरअसल, बैंगन में मौजूद कुछ तत्व हमारे शरीर में आयरन के अवशोषण को कम कर देते हैं। नतीजतन, खून की कमी की समस्या और गंभीर हो सकती है। इसलिए, अगर आप खून की कमी से परेशान हैं तो बैंगन का सेवन करने से पूरी तरह से परहेज करें।
एलर्जी की समस्या
बैंगन से एलर्जी होना वैसे तो दुर्लभ है, लेकिन इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। बैंगन में पाया जाने वाला ‘सोलानाइन’ नामक तत्व इस एलर्जी की वजह बन सकता है। अगर आपको बैंगन खाने के बाद त्वचा पर खुजली, चेहरे या गले में सूजन, सांस लेने में तकलीफ या पेट दर्द जैसी समस्याएं होती हैं, तो संभव है कि आपको बैंगन से एलर्जी हो। ऐसी स्थिति में, बैंगन का सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पथरी की दिक्कत
किडनी की बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए बैंगन का सेवन काफी हानिकारक हो सकता है। बैंगन में ऑक्सलेट नामक तत्व की मात्रा ज्यादा होती है। यह ऑक्सलेट किडनी में पथरी बनने का एक प्रमुख कारण है। अगर आप पहले से ही किडनी स्टोन की समस्या से पीड़ित हैं, तो बैंगन को अपनी डाइट से पूरी तरह से हटा देना चाहिए।
गठिया और जोड़ों का दर्द
गठिया के रोगियों को टमाटर, आलू, शिमला मिर्च और बैंगन जैसी नाइटशेड सब्जियों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। इन सब्जियों में सोलानाइन नामक तत्व पाया जाता है, जो कुछ लोगों में सूजन और दर्द पैदा कर सकता है। यह सोलानाइन गठिया के मरीजों में जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकता है। इसलिए, गठिया के रोगियों को अपनी डाइट से बैंगन को बाहर कर देना चाहिए।