
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इसके माध्यम से अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल व डिफेंस कॉरिडोर, गंगा व पूर्वांचल एक्सप्रेस की कनेक्टिविटी से विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
आगरा के ग्वालियर हाईवे पर सिक्स लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण से वाहनों की रफ्तार बढ़ जाएगी। आगरा से ग्वालियर तक 88 किमी की दूरी लगभग एक घंटे में पूरी होगी। अभी दो घंटे लग रहे हैं। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाले इस एक्सप्रेस-वे में आगरा के 14 गांव, धौलपुर के 30 और मुरैना के कई गांव आएंगे।
सितंबर 2022 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ग्वालियर में आयोजित एक कार्यक्रम में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण की घोषणा की थी। इसके बाद प्रक्रिया शुरू की गई। एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए जनवरी 2024 से मार्च 2025 तक आठ बार टेंडर की समय सीमा बढ़ाई गई थी। 13 मार्च को फाइनेंशियल बिड खोली गईं थी, जिसमें जीआर इन्फ्रा प्रोजेक्ट ने बाजी मारी थी।
तीन एक्सप्रेस-वे वाला आगरा सूबे में पहला जिला
आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के साथ ही आगरा उत्तर प्रदेश में तीन एक्सप्रेस-वे वाला पहला जिला बन गया है। आगरा से नोएडा तक यमुना एक्सप्रेस-वे, आगरा से लखनऊ तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बन चुका है। अब ग्वालियर मार्ग पर एक्सप्रेस वे बनेगा। इसी मार्ग पर ककुआ और भांडई में आगरा विकास प्राधिकरण की महत्वाकांक्षी नई टाउनशिप अटलपुरम योजना 138 हेक्टेयर में बसाई जा रही है। आवासीय योजना में 4 हजार से अधिक भूखंड, भवन व अन्य सुविधाएं होंगी।
डिफेंस कॉरिडोर के साथ आईएमसी से मिलेंगे रोजगार
आगरा में 1058 एकड़ में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आईएमसी) प्रस्तावित है। इसे विश्व बैंक की सहायता से बनाए जा रहे 1840 किमी. लंबे अमृतसर कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। आगरा में 150 हेक्टेयर में डिफेंस कॉरिडोर की जमीन खरीद प्रक्रिया चल रही है।
यमुना एक्सप्रेसवे किनारे 10 हजार हेक्टेयर में न्यू आगरा बसाने की तैयारी है। इसके अलावा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और इनर रिंग रोड किनारे आगरा विकास प्राधिकरण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, ग्रेटर आगरा, मेडिसिटी, नई टाउनशिप और इंडस्ट्रियल क्लस्टर जैसी योजनाएं भी विकसित करने जा रहा है।